इंदिरापुरम सुसाइड केस में पांच मौतों का जिम्मेदार राकेश वर्मा गिरफ्तार

0

जींस कारोबारी ने दीवार पर लिखे सुसाइड नोट में साढू को बताया था जिम्मेदार



गाजियाबाद, 04 दिसम्बर (हि.स.)। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पॉश इलाके इंदिरापुरम के वैभव खंड की अपरा सफायर सोसाइटी में मंगलवार को सुबह पांच लोगों की मौतों के मामले में राकेश वर्मा को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। राकेश वर्मा जींस कारोबारी गुलशन वासुदेवा का सगा साढू है। उसने अपने दो बच्चों की हत्या करने के बाद अपनी पत्नी व बिज़नेस पार्टनर के साथ आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बुधवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस ने मृत कारोबारी गुलशन के बड़े भाई देवेंद्र की तहरीर पर राकेश वर्मा और उसकी मां फूला देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जिसके आधार पर राकेश वर्मा को आज मोहन नगर से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि राकेश वर्मा अपने नजदीकी लोगों को प्रापर्टी के कारोबार में पैसा लगवाकर कम समय में अधिक लाभ देने का लालच देता है। उसने अपने साढ़ू गुलशन से भी प्रापर्टी के कारोबार में पैसा लगवाया था। गुलशन ने खुद के अलावा अपने अन्य परिचितों का भी पैसा लगाया था। राकेश वर्मा का कहना है कि गुलशन ने जिन लोगों से पैसा लेकर उसके प्रापर्टी के कारोबार में लगाया, उनमें से अधिकांश को वह नहीं जानता। उसने बताया कि गुलशन ने अपने सीए प्रवीण बक्शी का पैसा भी प्रापर्टी के कारोबार में लगाया था। गुलशन और प्रवीण बक्शी ने उस पर दवाब बनाकर चेकों पर हस्ताक्षर भी कराए थे और 100 रुपये के स्टांप पर एग्रीमेंट भी कराया था। एसएसपी ने बताया कि राकेश वर्मा ने पूरा पैसा पांच प्रतिशत के ब्याज पर लिया था और इसी हिसाब से साढ़ू गुलशन को पैसा वापस करना था। अब तक उसने 98 लाख रुपये वापस कर दिए थे लेकिन गुलशन और प्रवीण बक्शी का कहना था कि अब भी एक करोड़ 39 लाख रुपये ब्याज सहित बाकी हैं।
दूसरी ओर, आज गुलशन वासुदेवा, दोनों बच्चों और पत्नी के शवों का अंतिम संस्कार एक साथ हिंडन घाट पर कर दिया गया जबकि गुलशन की बिजनेस पार्टनर संजना का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया। संजना का शव लेकर उसके परिजन दिल्ली चले गए, जहां मुस्लिम रीति रिवाज से शव को दफ़नाया गया। संजना की मां नूरजहां का कहना है कि एक साल से उनकी बेटी से बात नहीं हुई थी, अब मिली तो सदा के लिए सो चुकी है। घटना की जानकारी उन्हें कल ही मिल गई थी।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *