नई दिल्ली, 14 नवम्बर (हि.स.)। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे रविवार को यहूदी राज्य के साथ भारत के रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए पांच दिवसीय यात्रा पर रविवार को इजरायल के लिए रवाना हुए। बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को ध्यान में रखते हुए भारत और इजराइल ने 09 नवम्बर को ड्रोन, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी अगली पीढ़ी की तकनीकों और उत्पादों को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इजरायल के सैन्य हार्डवेयर का भारत बड़ा खरीदार रहा है। इजराइल पिछले कुछ वर्षों से भारत को विभिन्न हथियार प्रणालियों, मिसाइलों और मानव रहित हवाई वाहनों की आपूर्ति कर रहा है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे 19 नवंबर तक पांच दिवसीय पहली इजरायल यात्रा पर रवाना हुए। वह वहां यहूदी राज्य के साथ भारत के रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने के संबंध में वार्ता करेंगे। यात्रा के दौरान उनकी देश के वरिष्ठ सैन्य और नागरिक नेतृत्व से भी मुलाकात होगी, जहां वह भारत-इजरायल रक्षा संबंधों को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
सेना ने आज ट्विट करके जनरल नरवणे की इजराइल यात्रा पर रवाना होने की जानकारी दी। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक रक्षा सहयोग को और मजबूत करना है। अधिकारियों ने कहा कि जनरल नरवणे दोनों देशों के बीच समग्र सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इजरायल के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्यापक बातचीत करेंगे। सेना प्रमुख की इजराइल के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ कई बैठकें होंगी जिनके माध्यम से दोनों देशों के बीच उत्कृष्ट द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा होगी और रक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
जनरल नरवणे इजराइल के सेवा प्रमुखों के साथ बातचीत करेंगे और इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के ग्राउंड फोर्स मुख्यालय का भी दौरा करेंगे। सेना प्रमुख की यह यात्रा इस मायने में ख़ास है क्योंकि रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार के दौरों के बाद हो रही है। इससे पहले अगस्त में तत्कालीन एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भी इजराइल की यात्रा की थी।
भारत और इजराइल ने 09 नवम्बर को दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों के विकास में तेजी लाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत दोनों देशों के स्टार्ट-अप्स और उद्योग अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों व उत्पादों को कई क्षेत्रों में लाने के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे। इनमें ड्रोन्स, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), क्वांटम टेक्नोलॉजी, फोटोनिक्स, बायो सेंसिंग, ब्रेन-मशीन इंटरफेस, ऊर्जा भंडारण, वियरेबल जैसे क्षेत्र शामिल होंगे। भारत और इजराइल के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से लगातार मजबूत हुए हैं।