अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ी, तीसरी तिमाही में 4.7 फीसदी रही जीडीपी ग्रोथ
नई दिल्ली, 28 फरवरी (हि.स.)। सुस्ती से जूझ रही अर्थव्यवस्था को तीसरी तिमाही में भी कोई राहत नहीं मिली है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ 4.7 फीसदी रही। सरकार ने शुक्रवार को यह आंकड़ा जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) में जीडीपी ग्रोथ रेट गिरकर 4.5 फीसदी पर आ गई थी।पिछले साढ़े छह साल (26 तिमाहियों) में यह भारतीय अर्थव्यवस्था की सबसे धीमी विकास दर है। एक साल पहले यह 7 फीसदी थी, जबकि पिछली तिमाही में ये 5 फीसदी थी। इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आरबीआई ने भी जीडीपी का अनुमान 6.1 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है।
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वित्त मंत्रालय ने कई उपाय किए हैं, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी नहीं आ रही है। विकास दर एक दशक के न्यूनतम स्तर पर है। मांग में सुस्ती कायम है। खुदरा महंगाई दर 7 साल के चरम पर है। बेरोजगारी दर 4 दशक के उच्चतम स्तर पर है। इसके अलावा शेयर बाजार में गिरावट जारी है।