नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुमान घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया है। इससे पहले मूडीज ने कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था 6.2 फीसदी की दर से विकास करेगी।
मूडीज की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में देश का ग्रोथ रेट बढ़कर 6.6 फीसदी रह सकता है, जो कि आने वाले सालों में बढ़ 7 फीसदी तक पहुंच जाएगा। एजेंसी की ताजा रिपोर्ट में यह कहा गया है कि आठ फीसदी तक जीडीपी ग्रोथ रेट की जो संभावनाएं थीं, उसको निवेश आधारित सुस्ती ने कमजोर किया है।
एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा मांग में कमी, ग्रामीण घरों पर आर्थिक दबाव, उच्च बेरोजगारी दर और गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान (एनबीएफआई) के पास कैश की किल्लत जैसी समस्याओं ने आर्थिक सुस्ती की समस्या को और गंभीर कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में देश की विकास दर की रफ्तार 5 फीसदी पर पहुंच गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है।