गया, 03 अक्टूबर (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटक स्थल बोधगया के एक होटल में 22 सितंबर की रात हुए हाईप्रोफाइल दुष्कर्म के सभी चार मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गया पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस दावा कर रही है कि या तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा या फिर पुलिस दबिश के दबाव में वे सभी अदालत में आत्मसमर्पण कर देंगे।
बोधगया के एक होटल में चार लड़कियों के साथ छेड़खानी और उनमें से दो नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया गया था ।
आरोपियों में एक एनजीओ चलाने वाला दीपक,एक वार्ड पार्षद विक्की,एक होटल कारोबारी सुरेश एवं एक अन्य व्यक्ति हैं। सभी आरोपियों का बोधगया के राजनीतिक और व्यावसायिक क्षेत्र में काफी रसूख और दबदबा है।
साथ ही इस हाई-प्रोफाइल दुष्कर्म कांड में बोधगया से बाहर के भी कई लोगों के नामों को लेकर चर्चा है। इनमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के चर्चित नाम शामिल हैं जिसका खुलासा घटनास्थल और घटना के समय डंप मोबाइल रिकार्ड से हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत एक दुकान से कई लाख रुपए मूल्य के सामान की चोरी हुई थी। पुलिस अनुसंधान के लिए वह केस पूरी तरह से “ब्लाइंड” केस था।तब डीजीपी अभयानंद और एसएसपी अमृतराज थे। तत्कालीन डीजीपी अभयानंद ने घटना के समय घटनास्थल से गुजरने वाले लोगों के मोबाइल फोन का पता लगाने का आदेश दिया था। एसएसपी अमृतराज ने डंप मोबाइल फोन का रिकॉर्ड खंगाला तो उत्तर बिहार के गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। सभी आरोपी पकड़े गए थे।
बोधगया के इस हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट और दुष्कर्म मामले में पुलिस की सक्रियता एसएसपी राजीव मिश्रा के संज्ञान में आने के बाद बढ़ी। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि सिटी एसपी को जांच रिपोर्ट देने करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ दो पीड़िताओं के बयान अदालत में धारा 164 के तहत दर्ज हो चुके हैं । मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। वहीं,एफएसएल को भेजे गए सभी प्रदर्श की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। एसएसपी मिश्रा ने बताया कि वे अब स्वयं पुलिस जांच की डे-टू-डे समीक्षा कर रहे हैं।
एसएसपी ने कहा के आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस टीम लगातार छापामारी कर रही है।