मुंबई, 09 जनवरी (हि.स.)। मुंबई के गेट वे आफ इंडिया पर गुरुवार को सुबह नागरिकता संशोधन बिल (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरुद्ध आंदोलन की शुरुआत की गई। इसके साथ ही यहां से दिल्ली स्थित राजघाट तक गांधी शांति यात्रा की शुरुआत भी की गई । यह गांधी शांति यात्रा मुंबई, पुणे और नासिक होते हुए 21 दिन में 30 जनवरी को दिल्ली पहुंचेगी।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने केंद्र सरकार की नीतियों की कड़े शब्दों में आलोचना की और सीएए व एनआरसी को देश के लिए घातक बताया है। उन्होंने कहा कि देश में जेपी आंदोलन शुरू हो गया है। छात्रों ने देश को एक नया मार्ग दिखाया है। इससे देश में बदलाव होना तय है। उन्होंने कहा कि वह इस आंदोलन में छात्रों को सिर्फ मामूली सहयोग कर रहे हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि देश में इस समय हालात बहुत खराब हैं। इन स्थितियों में गांधीजी के बताये मार्ग पर चल कर ही कठिन समय से बाहर निकला जा सकता है। देश के हर समाज में केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी है। केंद्र सरकार की ओर जबरन थोपे जा रहे सीएए व एनआरसी को लेकर हर वर्ग नाराज है। इस अवसर पर वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर और मंत्री नवाब मलिक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।