नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। चीन से तनाव के बीच अगले महीने राफेल लड़ाकू विमान की आपूर्ति करने का भरोसा देने के बाद अब फ्रांस ने गलवान घाटी के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर भारत से अपने संबंधों को और मजबूत करने का इरादा जताया है। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने द्विपक्षीय रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत का दौरा करने की पेशकश की है।
भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच जुलाई के अंत तक लड़ाकू विमान राफेल की आपूर्ति होने की खबर मिलने के बाद अब फ्रांस ने भारत की तरफ ‘दोस्ती’ का हाथ बढ़ाया है। भारत और चीन के बीच जारी तनाव के दौरान फ्रांस ने भारत को अपना समर्थन दिया है। फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने गलवान वैली की हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत पर भी दुख जताया है। फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने सोमवार को एक पत्र लिखकर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ से मिलने की इच्छा जताई है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि वह भारत के साथ जारी बातचीत पूरी करने को इच्छुक हैं।
फ्रांस की रक्षा मंत्री ने लिखा, ‘यह सैनिकों, उनके परिजनों और देश पर कठिन आघात था। इन मुश्किल हालत में फ्रांसीसी सेना के साथ मैं सहायता और समर्थन व्यक्त करती हूं।’ क्षेत्र में फ्रांस के रणनीतिक साझीदार के तौर पर भारत को बताते हुए उन्होंने फ्रांस की ओर से भारत के साथ एकजुटता की भावना व्यक्त की। फ्रांसीसी सैन्य मंत्री ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आमंत्रण पर उनसे मिलने की बात कही।
चीन से जारी विवाद के बीच फ्रांस भारत का एक अहम साथी बनकर आया है, क्योंकि कोरोना संकट की वजह से जिन राफेल लड़ाकू विमान की आपूर्ति में देरी हो रही थी लेकिन अब फ्रांस ने उन्हें 27 जुलाई तक भारत भेजने का भरोसा दिया है जो आधुनिक तकनीक से लैस होंगे। इतना ही नहीं भारत को पहली किश्त में चार राफेल विमान दिए जाने थे, लेकिन ताज़ा हालात को देखते हुए अब फ्रांस पहली किश्त में 6 राफेल विमान भारत को देगा।