फ्रांस से उड़े चार राफेल फाइटर जेट्स भारत आने के लिए
नई दिल्ली, 21 अप्रैल (हि.स.)। फ्रांस के पांच दिवसीय दौरे पर गए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बुधवार को फ्रांस के मेरिग्नैक-बोर्डो एयरबेस से पांचवें बैच में चार राफेल फाइटर जेट्स को हरी झंडी दिखाकर भारत के लिए रवाना किया। इस समय चारों राफेल जेट पूरी गति से उड़ान भरकर भारत की ओर आ रहे हैं। इससे पहले उन्होंने राफेल प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया और विमानों को नॉन स्टॉप उड़ाकर भारत लाने वाले पायलटों से मुलाकात की।
अपनी यात्रा के दौरान एयर चीफ मार्शल भदौरिया अपने समकक्ष फिलिप लेविग्ने से मिलेंगे और पेरिस में स्थापित अंतरिक्ष कमान भी देखने जायेंगे।
फ्रांसीसी वायु एवं अंतरिक्ष बल के साथ बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने के लिए वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया इस समय फ्रांस की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। यात्रा के दूसरे दिन वह फ्रांस के मेरिग्नैक-बोर्डो एयरबेस पर स्थित राफेल प्रशिक्षण केंद्र पहुंचे। यहीं पर भारतीय वायुसेना के पायलटों को राफेल फाइटर जेट उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक भारतीय वायु सेना ने फ्रांस में राफेल का प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। प्रशिक्षण केंद्र का दौरा करने के बाद एयर चीफ मार्शल ने कहा कि यहां पायलटों को राफेल जेट की विश्वस्तरीय ऑपरेशनल ट्रेनिंग दी जा रही है। कोविड महामारी के बावजूद प्रशिक्षण कार्यक्रम और विमानों की आपूर्ति समय पर होने देने के लिए उन्होंने फ्रांस सरकार, फ्रांसीसी वायुसेना और कंपनी के प्रति आभार जताया।
इसके बाद एयर चीफ मार्शल ने मेरिग्नैक-बोर्डो एयर बेस पर राफेल जेट के नए बैच को देखा जो भारत आने के लिए तैयार खड़े थे। उन्होंने इन विमानों को उड़ाकर भारत लाने वाले वायुसेना के पायलटों से भी मुलाकात की। इसके बाद चारों राफेल फाइटर जेट्स को हरी झंडी दिखाकर भारत के लिए रवाना किया। फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट एविएशन से 2016 में ऑर्डर किए गए 36 राफेल फाइटर जेट में से अब तक 21 राफेल भारतीय वायुसेना को फ्रांस में सौंपे जा चुके हैं, जिनमें से अब तक 14 भारत पहुंचे हैं। बाकी सात विमान फ्रांस में वायुसेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए रखे गए थे। इन्हीं में से चार राफेल वायुसेना प्रमुख ने आज भारत के लिए रवाना किये हैं। यह चारों राफेल नॉन स्टॉप 7000 किलोमीटर से अधिक की उड़ान पूरी करके सीधे भारत में उतरेंगे। रास्ते में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एयरफोर्स के एयरबस 330 मल्टी-रोल ट्रांसपोर्ट टैंकरों से ओमान की खाड़ी में मध्य हवा में ईंधन दिया जायेगा।
फ्रांसीसी कम्पनी से पांच राफेल जेट्स का पहला जत्था अबू धाबी के पास अल ढफरा एयरबेस में एक स्टॉपओवर के बाद 29 जुलाई, 2020 को अंबाला एयरबेस पहुंचा था। भारतीय वायुसेना ने इन पांचों फाइटर जेट्स को औपचारिक रूप से अपने बेड़े में 10 सितम्बर को शामिल किया था। इसके बाद तीन राफेल फाइटर जेट्स का दूसरा बैच नवम्बर की शुरुआत में फ्रांस से सीधे गुजरात के जामनगर एयरबेस पर पहुंचा था। तीसरे बैच में तीन राफेल जेट 27 जनवरी, 2021 को नॉन स्टॉप फ्रांस से 7000 किलोमीटर से अधिक की उड़ान पूरी करके गुजरात के जामनगर एयरबेस पर उतरे थे। चौथे बैच में 31 मार्च की देर रात तीन और फाइटर जेट राफेल भारत की धरती पर उतरे। इस तरह 14 राफेल भारत आकर अब तक भारतीय वायुसेना के बेड़े का हिस्सा बन चुके हैं। भारत ने इन सभी फाइटर जेट्स को ऑपरेशनल करके चीन और पाकिस्तान के मोर्चों पर तैनात किया है।