चार बार के कांग्रेस विधायक नेपाल महतो जीत को लेकर आश्वस्त नहीं हैं
पुरूलिया, 25 मार्च (हि.स.)। चार दफे विधानसभा चुनाव जीत चुके पश्चिम बंगाल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष म नेपाल महतो एक बार फिर पुरूलिया की बाघमुंडी सीट से भाग्य आजमा रहे हैं। हालांकि चार बार के विधायक इस बार अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।
नेपाल महतो 2001 एवं 2006 के विधानसभा चुनाव में पुरुलिया जिले के झालदा से जबकि 2011 और 2016 में बाघमुंडी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। यदि इस बार वे बाघमुंडी से चुनाव जीतते हैं तो यहां से तीसरी बार विधायक होंगे। इस बार बाघमुंडी विधानसभा क्षेत्र में पहले चरण के अंतर्गत 27 मार्च को मतदान होगा। पेशे से शिक्षक रह चुके नेपाल महतो गणित में स्नातकोत्तर और बीएड डिग्री हासिल करने के साथ ही एलएलबी कर राजनीति में शामिल हुए थे। धीरे धीरे उनकी पहचान बनती गई।
गुरुवार को “हिन्दुस्थान समाचार” से बातचीत में उन्होंने कहा कि पुरुलिया जिले की चार सीटों में से तीन पर कांग्रेस जीत हासिल करेगी। हालांकि कांग्रेस, आईएसएएफ एवं वाम मोर्चा के साथ गठबंधन में व्याप्त मतभेद उनकी राह का रोड़ा बन सकता है। नेपाल महतो वाम और आईएसएफ के साथ गठबंधन के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। चुनावी समझौते के बावजूद उनके खिलाफ वाम मोर्चे की घटक फारवर्ड ब्लॉक ने देवरंजन माहातो को मैदान में उतार दिया है।
इस बार किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड रहा है, यह पूछने पर उन्होंने कहा कि पिछली बार यहां भाजपा मुकाबले में नहीं थी। लेकिन इस बार वो हमारा प्रतिद्वंद्वी हैं। हालांकि उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद यहां भाजपा बिखरी हुई लग रही है लेकिन इस बार कठिन मुकाबला है। इसलिए जीतने को लेकर शत प्रतिशत आश्वस्त होना मुश्किल है।
2011 में बाघमुंडी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से 77,458 (49.48%) मतों से नेपाल महतो को जीत मिली थी। उस समय तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच गठबंधन था जबकि दूसरे स्थान पर रही फारवर्ड ब्लॉक को 59,814 (38.21%) मत जीत मिले थे।
2016 में बाघमुंडी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से 80,120 मतों से नेपाल माहातो को जीत मिली थी। उस समय भाजपा तीसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी थी और उसे 11,219 मत प्राप्त हुए थे। इस बार कांग्रेस, फारवर्ड ब्लॉक और भाजपा के बीच कडा मुकाबला होने होने के आसार हैं।