चार मतदान कर्मी निलंबित, ईवीएम भाजपा विधायक की कार में

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निष्पक्षता को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर चुनाव आयोग पर साधा निशाना चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश देकर शुरू की जांच 



करीमगंज, 02 अप्रैल (हि.स.)। दक्षिण असम के पथारकांदी में गुरुवार को मतदान खत्म होने के बाद भाजपा विधायक के बोलेरो वाहन से ईवीएम मिलने के मामले का चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही चारों मतदान कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।ईवीएम ले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद आरोप और प्रत्यारोप का दौर आरंभ हो गया है।

गुरुवार को दूसरे चरण का मतदान समाप्त होने के कुछ ही घंटों बाद ही एक वीडियो वायरल हुआ जिसके आधार पर पथारकांदी के भाजपा विधायक व उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की बोलेरो में ईवीएम ले जाने का आरोप लगाया गया। हालांकि भाजपा विधायक ने कहा है कि इस मामले से उनका कुछ भी लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा है कि ईवीएम राताबारी विधानसभा क्षेत्र की है जबकि मेरा विधानसभा क्षेत्र पथारकांदी है। ईवीएम लेकर जा रहे मतदानकर्मियों ने बताया है कि उनका वाहन करीमगंज जिला के निलामबाजार थाना इलाके में बीती रात राष्ट्रीय राजमार्ग पर खराब हो गया था। इसकी जानकारी जिला अधिकारी, करीमगंज थाने को दी गयी थी। काफी देर तक हाईवे पर प्रशासन की गाड़ी का इंतजार करते रहने के बाद भी वाहन नहीं पहुंचा।

मतदान कर्मियों ने कहा कि ईवीएम को लेकर सड़क पर खड़ा रहना काफी जोखिम था। इसी बीच एक निजी वाहन से लिफ्ट मिलने पर ईवीएम को लेकर वे रवाना हुए थे। इसी बीच स्थानीय लोगों ने निजी वाहन में ईवीएम को देख हंगामा मचाया और वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। लोगों के हंगामा मचाने पर जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की। जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने दो राउंड हवाई फायरिंग भी की जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।

लोगों का आरोप है कि विधायक कृष्णेंदु पाल के भाई उक्त बोलेरो वाहन से जा रहे थे। हाईवे के किनारे मतदान कर्मियों को वाहन के साथ खड़े देख उन्हें शक हुआ कि कहीं कुछ गड़बड़ी तो नहीं हो रही है। उन्होंने मतदान कर्मियों से पूछा कि यहां क्या कर रहे तो मतदान कर्मियों ने बताया कि उनका वाहन खराब हो गया है। संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी है, इसलिए वाहन का इंतजार कर रहे हैं। इस पर विधायक के भाई ने ईवीएम ले जाने के लिए अपना वाहन देने की बात कही। बाद में मतदान कर्मी विधायक के बोलेरो वाहन (एएस-10बी-0022) में सवार होकर रवाना हो गये। इसी बीच स्थानीय लोग विधायक के वाहन में ईवीएम को देख हंगामा मचाने लगे। स्थानीय लोग विधायक के वाहन को अच्छी तरह से पहचानते थे।

असम में चुनाव प्रचार करने पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, सांसद प्रद्युत बरदलै, सांसद गौरव गोगोई, पार्टी के असम प्रभारी जितेंद्र सिंह समेत कई नेताओं ने वायरल वीडियो को ट्विटर के जरिए शेयर किया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव आयोग से ईवीएम के इस्तेमाल का गंभीरता के साथ पुनर्मूल्यांकन करने का भी आग्रह किया है। वाड्रा ने ट्विट कर कहा, चुनाव आयोग को इन आरोपों के बारे में गंभीरता के साथ कार्रवाई करने के साथ ही पुनर्मूल्यांकन की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि हर बार इसी तरह के मामले सामने आते हैं। हर बार वाहन भाजपा के नेताओं के होते हैं। बाद में वीडियो को झूठा बताकर खारिज कर दिया जाता है। यह गंभीर मामला है।

इस घटना को लेकर असम समेत पूरे देश में कांग्रेस पार्टी इसको बड़ा मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। इसलिए विपक्ष के आरोपों को देखते हुए चुनाव विभाग ने चार मतदान कर्मियों को निलंबित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही चारों मतदान कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

 


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