गडकरी ने असम के जोगीघोपा में देश के पहले मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का किया शिलान्यास
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से असम में देश के पहले परिवहन के विभिन्न साधनों वाले मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का शिलान्यास किया। 693.97 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस पार्क से लोगों को हवाई, सड़क, रेल और जलमार्ग से सम्पर्क की सीधी कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी। इसे भारत सरकार की महत्वाकांक्षी भारत माला परियोजना के तहत विकसित किया जाएगा।
इस मौके पर गडकरी ने कहा कि मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क के निर्माण से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 20 लाख से अधिक रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक पार्क के निर्माण का काम दो चरणों में होगा। पहले चरण का काम नवंबर 2020 से शुरू हो जाएगा और 2023 में पूरा होगा। उन्होंने परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण सहित तमाम कार्यों की गति बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस हाईवे योजना पर विचार किया जा रहा है। इस योजना से गांवों को बाढ़ से बचाया जा सकता है। गडकरी ने कहा कि देश में 35 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बना रहे हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने कहा कि यह पार्क भविष्य में असम और पूर्वात्तर के विकास का नया मापदंड बनेगा। उन्होंने कहा कि सामान का मूल्य अधिक होना खासकर पूर्वोत्तर में समस्या थी ऐसे में इस पार्क के निर्माण से कीमतों में कमी आएगी।
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पूर्व सरकारों पर सड़क निर्माण में ढ़िलाई बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 से पहले सड़क मार्ग पर ट्रैफिक जाम सहित तमाम कठिनाई होती थी। मोदी सरकार में यह स्थिति सुधरने के कारण लोग गुवाहाटी में सड़क मार्ग को वरीयता दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्क के निर्माण से सामान की कीमतों में एक चौथाई की कमी आएगी।
190 एकड़ में फैला होगा लॉजिस्टिक्स पार्क
भारतमाला परियोजना के अंतर्गत देश का पहला मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क असम में बन रहा है। परियोजना की कुल लागत लगभग 693.97 करोड़ रुपये होगी। जोगीघोपा शहर के नजदीक 190 एकड़ में फैला लॉजिस्टिक्स पार्क की राष्ट्रीय राजमार्ग 17 और 31, मुख्य रेल मार्ग, जलमार्ग तथा गुवाहाटी एयरपोर्ट से सीधी कनेक्टिविटी होगी।
बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और म्यांमार के साथ बढ़ेगा व्यापार
पूर्वोत्तर के त्वरित विकास को समर्पित भारत सरकार के इस प्रोजेक्ट से अब असम में अंतरराष्ट्रीय व्यापार की राह सुगम होगी। असम पूर्वोत्तर भारत का बिजनेस हब बनेगा। बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और म्यांमार के साथ व्यापार बढ़ेगा। 20 लाख से ज्यादा रोजगार और स्वरोजगार का सृजन होगा। इस पार्क के बनने से सामान का स्टोरेज व ढुलाई आसान होगी। साथ ही परिवहन लागत में 10 प्रतिशत से अधिक की कमी आएगी।
प्रतिवर्ष 13 मिलियन मिट्रिक टन कार्गो संचालन की क्षमता होगी
यह मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित होगा। 13 मिलियन मिट्रिक टन तक प्रतिवर्ष कार्गो संचालन की क्षमता होगी। इंटीग्रेटेड कोल्ड चेन में अधिक मात्रा में भंडारण की सुविधा होगी। अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस होगा। स्थानीय एवं क्षेत्री स्तर पर उत्पादों की मार्किटिंग करना आसान होगा और इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। कार्गो, वेयरहाउसिंग, कस्टम क्लीयरेंस, पार्किंग एवं रख-रखाव से संबंधित सेवाएं एक ही जगह पर उपलबध होंगी। सभी मौसम के अनुकूल भंडारण की सुविधा उपलब्ध होगी। कंपनियों के कंटेनर्स के लिए सुरक्षित व ज्यादा स्थान उपलब्ध होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने की। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह और रामेश्वर तेली, राज्य के मंत्री, संसद सदस्य, विधायक और केंद्र तथा राज्य के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।