लखनऊ, 07 जनवरी (हि.स.)। नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान लखनऊ में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किये गए पूर्व आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी व कांग्रेस नेता सदफ जफर को मंगलवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद कांग्रेस की महा सचिव प्रियंका वार्ड्रा ने ट्वीट किया
मंगलवार दोपहर जेल से रिहा होने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए सदफ जाफर ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अब जेल जाने और पिटने का डर दूर हो गया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद देती हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मैं तब तक प्रदर्शन करुंगी, जब तक यह कानून वापस नहीं लिया जाता है।
सदफ जाफर की रिहाई पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा ने कहा कि सरकार ने बेगुनाहों को गिरफ्तार किया था। यह तो साबित हो गया है कि झूठ कभी नहीं जीत सकता। पूर्व आईपीएस अधिकारी दारापुरी और कांग्रेस नेता सदफ जाफर के जेल से रिहा होने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि कोर्ट के सबूत मांगने पर यूपी पुलिस बगलें झांकने लगी थी। भाजपा सरकार ने निर्दोष लोगों को गिरफ्तार करके अपनी असली सोच दिखाई है, मगर झूठ कभी नहीं जीत सकता।
नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुआ था। लखनऊ में हुए प्रदर्शन में हिंसा भड़काने के आरोप में आईपीएस दारापुरी और सदफ जाफर को गिरफ्तार करके पुलिस ने दोनों पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया था। कोर्ट में यूपी पुलिस अपने दावों को साबित नहीं कर पायी, जिसके बाद लखनऊ के एडीजे संजय शंकर पांडेय की कोर्ट ने पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी, थिएटर कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता सदफ जफर और पवन अंबेडकर सहित 14 लोगों को जमानत दे दी।