देहरादून, 03 अक्टूबर (हि.स.)। माउण्ट त्रिशूल के कैम्प दो से लापता हंगरी के पर्वतारोही पीटर वीटेक का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। हालांकि रेस्क्यू अभियान जारी है।
गुरुवार को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से एसडीआरएफ हाई माउंटेनियरिंग टीम के तीन सदस्यों को जीटीसी हेलीपैड देहरादून से बेस कैम्प होम कुंड के लिए रवाना किया गया, जो होम कुंड पहुंच चुका है।
बुधवार को भी एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से तीन सदस्यों की एक हाई माउंटेनियरिंग टीम को जीटीसी हेलीपैड देहरादून से बेस कैम्प (होम कुंड) के लिए रवाना किया गया था। लेकिन मौसम अत्याधिक खराब होने के हेलीकॉटर को गौचर चमोली से वापस आना पड़ा था। माउण्ट त्रिशूल रेस्क्यू के लिए चयनित एसडीआरएफ की हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम के सदस्यों में माउण्ट एवरेस्ट, माउण्ट भागीरथी, माउण्ट सतोपंथ व हाल ही में 16 सितम्बर को माउण्ट त्रिशूल का सफलतापूर्वक आरोहण करने वाले अत्यधिक कुशल व अनुभवी जवान सम्मिलित हैं। पर्वतारोही की तलाश व रेस्क्यू अभियान जारी है।
उल्लेखनीय है दिल्ली के इंडियन माउंटेन फेडरेशन (आईएमएफ) के एक महिला सहित छह सदस्य माउण्ट त्रिशूल फतह करने निकले थे जिनमें से एक पर्वतारोही पीटर वीटेक 30 सितम्बर से लापता हैं। आईएमएफ ने इसकी सूचना जिला प्रशासन चमोली को दी थी तभी से एसडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है।