खाद्य मंत्रालय: पटना के महावीर मंदिर का नैवेद्यम पूरी तरह से शुद्ध है
पटना, 06 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी के पटना स्टेशन स्थित प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भगवान हनुमान को भोग लगने वाला नैवेद्यम पूरी तरह से शुद्ध है। महावीर मंदिर के विशेष प्रसाद नैवेद्यम को भारत सरकार के खाद्य मंत्रालय से सर्टिफिकेट मिला है।इसकी शुद्धता की गारंटी खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई )ने ली है। भारत सरकार के खाद्य मंत्रालय ने ‘ भोग ‘ सर्टिफिकेट महावीर मंदिर के नैवेद्यम लड्डू को दिया है। इसकी जानकारी महावीर मंदिर के प्रमुख आचार्य किशोर कुणाल ने मंगलवार को यहां दी।
किशोर कुणाल ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने महावीर मंदिर में हनुमान जी को लगाए जाने वाले नैवेद्यम की जांच की थी। जांच प्रक्रिया में पूरी तरह से पास होने के बाद इसकी रिपोर्ट एफएसएसएआई को भेजी गई थी।एफएसएसएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने इस रिपोर्ट के आधार पर ब्लेजफुल हाइजीन आफरिंग टू गॉड का प्रमाण-पत्र जारी किया है।
बिहार फूड सेफ्टी विभाग के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि देश के नौ मंदिरों के प्रसाद को ही ब्लेजफुल हाइजीन आफरिंग टू गॉड भोग का प्रमाण-पत्र मिला है। देश के टॉप टेन मंदिरों के भोग में पटना के महावीर मंदिर में हनुमान को लगाया जाने वाला भोग नैवेद्यम भी शामिल हो गया है। बिहार का पहला और देश का 10वां मंदिर ऐसा है, जहां के प्रसाद को प्रमाण पत्र मिला है जोकि बिहार के लिए गर्व की बात है।
उल्लेखनीय है कि पटना के महावीर मंदिर में देशी घी, बेसन, केसर और मेवे से बने प्रसाद ‘नैवेद्यम’ का भोग भगवान हनुमान को लगया जाता है। तिरुपति से आए कारीगर पटना में नैवेद्यम बनाते हैं।