पटना, 25 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना रिंग रोड परियोजना के निर्माण कार्य में और तेजी लाने तथा लंबित भू-अर्जन मामलों को शीघ्र निष्पादित करने का दिया निर्देश। साथ ही उन्होंने कहा कि पटना रिंग रोड जिस-जिस स्थान पर राष्ट्रीय उच्च पथ या राज्य उच्च पथों से मिलेगा उन सभी स्थानों पर रिंग रोड को एलिवेट कर बनाया जाये ताकि जाम की समस्या नहीं रहे। इन सभी जंक्शनों पर फ्लाईओवर भी बनाए जाएं। मुख्यमंत्री मंगलवार को दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं पटना रिंग रोड और निर्माणाधीन कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पटना रिंग रोड परियोजना के कन्हौली से अजमा तक निर्माणाधीन पथ का अवलोकन रिंग रोड के कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कच्ची दरगाह-विदुपुर, 6 लेन पुल के निरीक्षण के दौरान सबलपुर में निर्माणाधीन कार्यों को भी देखा। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि लगभग तीन हजार से अधिक मजदूर वहां कार्यरत हैं और सभी 67 पायों में कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य की प्रगति भी तेज है। सम्पूर्ण 19.5 किलोमीटर पथांश में भूमि की उपलब्धता करा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि 137 किलोमीटर लंबा पटना रिंग रोड लगभग 15,000 करोड़ की लागत से बनने वाली परियोजना है। यह राज्य सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से बन रही है। इस परियोजना में गंगा नदी पर दो पुल बनाये जाने हैं तथा 6 लेन सड़क बनायी जानी है। बिहटा-सरमेरा, राज्य उच्च पथ संख्या 78 की कुल लंबाई 95 किलोमीटर है। इसके शुरुआती 39 किलोमीटर में कन्हौली से लेकर रामनगर तक पटना रिंग रोड के दक्षिणी हिस्से का निर्माण होना है। राज्य सरकार इस हिस्से के कन्हौली से डुमरी तक पथ को 10 मीटर चौड़ा बना रही है। जिसमें सदीसोपुर और डुमरी में आरओबी का निर्माण किया जा रहा है। पटना रिंग रोड के पैकेज-1 कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर लंबा अतिरिक्त 6 लेन रोड एनएचएआई द्वारा बनाया जायेगा। इस प्रकार कन्हौली से रामनगर तक 8 लेन एनएचएआई चौड़ा पथ बनेगा। कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर लंबे 6 लेन पथ निर्माण के लिए निविदा जारी की गयी है। इसका यथाशीघ्र निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। कन्हौली से रामनगर 38 किलोमीटर लंबा 8 लेन चौड़ा पथ दो साल में बनकर तैयार हो जायेगा। निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग अमृत लाल मीणा, सचिव परिवहन संजय कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक पटना रेंज संजय सिंह, जिलाधिकारी कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित पथ निर्माण विभाग के अन्य अधिकारीगण, वरीय अभियंता मौजूद थे।
उत्तरी छोर से वैशाली और पूर्वी से ताजपुर को जोड़ा जाये
दिसम्बर 2021 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में निर्देश देते हुए कहा कि उत्तरी छोर से इस पथ को वैशाली तक जोड़ा जाये। साथ ही पूर्व की ओर ताजपुर तक जोड़ा जाए ताकि बख्तियारपुर-ताजपुर परियोजना से भी इसका सम्पर्क हो सके। उन्होंने कहा कि वैशाली तक सम्पर्कता हो जाने से पर्यटकों को सहूलियत होगी।
आजमा गांव के लोगों से की मास्क पहनने की अपील
मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बिहटा-दनियावां पथ के निरीक्षण के दौरान अजमा गांव के लोगों से बातचीत की। उनकी समस्याओं को सुना तथा इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद ग्रामीणों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने की अपील की।