फ्लिपकार्ट लकी ड्रॉ के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार

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फ्लिपकार्ट कंपनी ने कोलकाता पुलिस के पास 06 मार्च,2019 को इस बारे में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कंपनी की ओर से एंड्रीयू डोमिनी एंथनी ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया था कि साल 2018 में उन्हें पता चला था कि उनकी कंपनी के नाम पर उनके ग्राहकों को फोन और ईमेल भेजे जा रहे हैं।



कोलकाता, 20 जुलाई (हि.स.)। भारत की मशहूर ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की ओर से लकी ड्रॉ के नाम पर सैकड़ों लोगों से धोखाधड़ी करने वाले तीन शातिरों को कोलकाता पुलिस की खुफिया टीम ने गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान गुलराज अहमद(23), विशाल शर्मा(25) और मोहम्मद सादिक(20) के तौर पर हुई है। इन्हें शुक्रवार को ही पकड़ा गया था। शनिवार सुबह कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त अपराध मुरलीधर शर्मा ने इस बारे में खुलासा किया है।
मुरलीधर शर्मा ने बताया कि फ्लिपकार्ट कंपनी ने कोलकाता पुलिस के पास 06 मार्च,2019 को इस बारे में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कंपनी की ओर से एंड्रीयू डोमिनी एंथनी ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया था कि साल 2018 में उन्हें पता चला था कि उनकी कंपनी के नाम पर उनके ग्राहकों को फोन और ईमेल भेजे जा रहे हैं। इसमें लकी ड्रा और तमाम तरह के अन्य उपहार वाले स्कीम के जरिए ग्राहकों को तरह-तरह के प्राइज, कैश आदि देने का प्रलोभन दिया जाता था। इसके लिए पंजीकरण आदि का बहाना बनाकर हजारों, लाखों, रुपये ठगे जा रहे थे। इसके बाद कोलकाता पुलिस की खुफिया टीम जांच में जुटी हुई थी। लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय में फ्लिपकार्ट की शिकायत के आधार पर हेयर स्ट्रीट थाने में इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच की शुरुआत की गई थी।
इस बीच शुक्रवार को एनएस रोड पर जीपीओ के ठीक सामने से गुलजार अहमद और विशाल शर्मा को पकड़ा गया। इन दोनों को थाने में ले जाकर गहन पूछताछ की गई तो इन लोगों ने मोहम्मद सादिक नाम के अपने तीसरे साथी का पता बताया जो ईएम बाईपास के पास बाइपास ढाबा के पास मौजूद था। शाम के समय तुरंत छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार किया गया। इन तीनों से गहन पूछताछ के बाद देर रात बागुईहाटी के एए-प्रफुल्ल कानन में छापेमारी की गई, जहां से फ्लिपकार्ट के ग्राहकों की सूची, कंप्यूटर और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए। इनकी मदद से ये लोगों को फोन कर लकी ड्रॉ के जरिए तमाम तरह के उपहार देने की आड़ में ठगी करते थे। पुलिस को संदेह है कि इनके साथी और भी हैं। ये कहां से फ्लिपकार्ट के ग्राहकों का डेटाबेस खरीदते थे आदि के बारे में भी इनसे पूछताछ की जा रही है।

 


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