राजस्थान में चार साल की बच्ची समेत पांच नये संक्रमित, मरीजों की संख्या 348 हुई
जयपुर, 08 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान में बुधवार सुबह चार साल की बच्ची समेत पांच नये व्यक्तियों में कोरोना विषाणु के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढक़र 348 हो गई हैं। बुधवार को जयपुर में तीन और बांसवाड़ा व बीकानेर में 1-1 नया संक्रमित मिला।
चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह के अनुसार जयपुर में चार साल की बालिका, 40 साल का पुरुष और एक महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें से दो संक्रमित घाटगेट तथा एक मरीज रामगंज इलाके में मिला है। इनके अलावा बीकानेर में 21 साल की महिला तब्लीगी जमात के संक्रमित के संपर्क में आने तथा बांसवाड़ा में 50 साल की महिला पूर्व में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित हुई है।
कोरोना का हॉटस्पॉट बने जयपुर में सर्वाधिक 109, जोधपुर में 30, भीलवाड़ा में 27, झुंझुनूं में 23, टोंक में 20, बीकानेर में 15, जैसलमेर में 14, चूरू में 11, कोटा व बांसवाड़ा में 10-10, भरतपुर में 8, दौसा में 6, अजमेर, अलवर व डूंगरपुर में 5-5, उदयपुर में 4, पाली व प्रतापगढ़ में 2-2 तथा धौलपुर, करौली, सीकर व नागौर में 1-1 संक्रमित है।
प्रदेश में 15 हजार 658 नमूनों में से 348 पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि, 14 हजार 740 नमूनों में संक्रमण नहीं पाया गया है। अभी 570 नमूने प्रक्रियाधीन है। राजस्थान के कुल 348 संक्रमितों में 310 राज्य के, 2 इटली के नागरिक तथा 36 ईरान से एयरलिफ्ट कर जोधपुर व जैसलमेर लाए गए भारतीय नागरिक है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण प्रदेश के करीब 40 स्थानों पर कर्फ्यू लगा है। कर्फ्यूग्रस्त स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर टू डोर सर्वे और लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण प्रदेश के करीब 40 स्थानों पर कर्फ्यू लगा है। कर्फ्यूग्रस्त स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर टू डोर सर्वे और लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हॉट स्पॉट बन रहे क्षेत्रों पर विशेष फोकस करने तथा वहां जांच व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश के पहले हॉट स्पॉट बने भीलवाड़ा में स्थिति को बेहतर ढंग से नियंत्रित किया गया है, उसी मॉडल पर काम करते हुए जयपुर, जोधपुर, कोटा, टोंक, चूरू, झुंझुनूं आदि स्थानों पर भी संक्रमण के प्रसार को रोका जाए।