पटना, 10 नवम्बर (हि.स.) । बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के लिए मतगणना लगातार जारी है। अभी तक आ रहे रुझानों में जनता दल यू भाजपा से काफी पिछड़ती नज़र आ रही है। भाजपा को फ़िलहाल 75 सीटों पर बढ़त है तो जनता दल यू को 49 सीटों पर। मतगणना के फाइनल नतीजे भी यदि ऐसे ही रहे तो जाहिर है कि भाजपा बिहार में छोटे से बड़े भाई की भूमिका में आती दिख रही है।
अब राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठ रहा है कि क्या अब भी भाजपा बिहार में नीतीश कुमार को ही सीएम बनाएगी? कहीं ऐसा तो नहीं कि ज्यादा सीटों की वजह से भाजपा, बिहार सरकार में अब अपनी बड़ी भूमिका देखने लगेगी और प्रदेश के मुखिया की कुर्सी पर अपने किसी नेता को देखना चाहेगी? बताते चलें कि भाजपा, बिहार को लेकर पहले ही सार्वजनिक तौर पर ऐलान कर चुकी है कि ज्यादा सीटें जीतने के बाद भी एनडीए की ओर से बिहार के सीएम नीतीश कुमार ही होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अलग-अलग मौकों पर जनता के बीच यह एलान कर चुके हैं। मंगलवार को मतगणना के दौरान भाजपा के पक्ष में आ रहे रुझानों के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक बार फिर दोहराया कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ही बनेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही यह एलान कर चुकी है। अब इस सवाल का कोई मतलब नहीं। उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि इस तरह के सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं। जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने भी कहा कि बिहार में सीएम पद को लेकर कोई सवाल नहीं है। चुनाव के पहले से ही तय है कि नीतीश कुमार ही सीएम बनेंगे।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस प्रश्न पर कहा कि भाजपा भगवान श्रीराम को अपना आदर्श मानने वाली पार्टी है। इसका आदर्श है, ‘प्राण जाए पर वचन न जाए।’ बिहार में निश्चित ही नीतीश कुमार अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। गौरव भाटिया ने कहा कि यह बात तथ्यात्मक रूप से सही है कि भाजपा को ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं जब आप गठबंधन में होते हैं तो जीत भी साथ होती है, हार भी साथ।