पेरिस, 08 अक्टूबर (हि.स.) । फ्रांस ने विजयदशमी के मौके पर पहला राफेल लड़ाकू विमान भारत को सौंप दिया। विमान निर्माता कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एरिक ट्रेपर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पहला विमान सुपूर्द किया। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विमान हस्तान्तरण समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि राफेल फ्रांसिसी शब्द है जिसका अर्थ होता है हवा का झोंका। साथ ही उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि यह लड़ाकू विमान अपने नाम के अनुरूप खरा उतरेगा।
रालजनाथ ने कहा कि आज भारत और फ्रांस के बीच सामरिक संबंधों में नए आयाम स्थापित हुए हैं। वह थोड़ी देर में इस विमान में उड़ाने भरने की ओर देख रहा हैं और जो उनके लिए नए अनुभव और बड़े सम्मान की बात होगी।
उन्होंने कहा कि उनका ध्यान भारतीय वायु सेना की क्षमताएं बढ़ाने और उसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों और हथियारों से लैस करने पर केंद्रित होगा। राजनाथ ने उम्मीद जाहिर की कि दसाल्ट कंपनी सभी राफेल विमानों को समय सीमा के अंदर आपूर्ति कर देगा।
विदित हो कि राफेल विमान का सौदा साल 2016 में हुआ था और साल 2022 तक फ्रांस भारत को सभी 36 राफेल विमानों को सौंप देगा। राजनाथ ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। इसी दिन भारतीय वायु सेना की स्थापना हुई थी और पहला राफेल आज ही मिला है। आज दशहरा भी है जो बुराई नर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है, इसलिए यह दिन प्रतीकात्मक है। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि यह समारोह भारत और फ्रांस के बीच सामरिक संबंधों की गहराई को भी दर्शाता है।
राफेल हस्तांतरण समारोह को निर्माता कंपनी दसाल्ट के सीईओ एरिक ट्रेपर ने भी संबोधित किया। थोड़ी देर में राजनाथ राफेल में उड़ान भी भरेंगे।
इससे पहले राजनाथ फ्रांसिसी रक्षा मंत्री के साथ सैन्य विमान से मेरिगनेक पहुंचे थे। उन्होंने दसाल्ट एविएशन के उत्पादन इकाई का भी दौरा किया जहां सीईओ एरिका ट्रेपर ने उनका स्वागत किया।।