नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (हि.स.)। देश की पहली निजी ट्रेन तेजस शनिवार को अपने नियत समय से करीब सवा तीन घंटे की देरी से दिल्ली पहुंची। इस ट्रेन में 451 यात्री सवार थे। ट्रेन के देरी से पहुंचने के बाद आईआरसीटीसी मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने यात्रियों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।
आईआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक यात्रियों के दर्ज मोबाइल नम्बर पर एक लिंक भेजा जाएगा। यात्रियों को उस लिंक पर जाकर क्लेम भरना होगा। इसके बाद यात्रियों के अकाउंट में इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से मुआवजे की रकम स्थानांतरित की जाएगी।
लखनऊ रेल मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार जंक्शन पर वाराणसी जाने वाली कृषक एक्सप्रेस यार्ड से प्लेटफॉर्म पर लाई जा रही थी। तभी अचानक ट्रेन के दो कोच पटरी से उतर गए। इससे नई दिल्ली से लखनऊ पहुंची तेजस एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म पर ही खड़ी रह गई और पिट लाइन पर मरम्मत के लिए समय से नहीं पहुंची। इससे ट्रेन की मरम्मत और उसे तैयार करने में काफी समय लग गया। ट्रेन सुबह 6.10 बजे की जगह करीब तीन घंटे की देरी से नौ बजे नई दिल्ली के लिए रवाना हुई और नई दिल्ली करीब सवा तीन घंटे की देरी से दोपहर 3.40 बजे पहुंची।
उल्लेखनीय है कि आईआरसीटीसी के नियमों के तहत तेजस के एक घंटे व उससे ज्यादा देरी पर यात्रियों को 100 रुपये और दो घंटे या उससे ज्यादा कितनी भी देरी के लिए 250 रुपये मुआवजा दिया जाएगा।