श्रीलंका को मिली भारत से गैर-हानिकारक नैनो नाइट्रोजन तरल उर्वरक की पहली खेप
कोलंबो, 20 अक्टूबर (हि.स.)। श्रीलंका को मक्का और धान की खेती में द्वीप राष्ट्र के पूर्वी प्रांत की मदद करने के लिए भारत से 3.1 मिलियन लीटर उच्च गुणवत्ता वाले गैर-हानिकारक नैनो नाइट्रोजन तरल उर्वरक की पहली खेप प्राप्त हुई है। देश के कृषि सचिव उदित जयसिंघे ने बुधवार को यह जानकारी दी है।
नैनो नाइट्रोजन तरल उर्वरक का आयात राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के मई में रासायनिक उर्वरक आयात को रोकने के फैसले के महीनों बाद हुआ, क्योंकि देश के कृषि प्रधान जिलों में राष्ट्रपति के फैसले का व्यापक विरोध हुआ था।
जयसिंघे ने कहा कि यह 3.1 मिलियन लीटर का पहला लॉट है और इसका उपयोग हानिकारक नहीं है। यह एक उच्च गुणवत्ता वाला भारतीय उत्पाद है। उन्होंने कहा कि वह मक्का और धान की खेती करने वालों के उपयोग के लिए इसे पूर्वी प्रांत में खेती के क्षेत्रों को प्राथमिकता के रूप में आगे भेजेंगे। उधर, सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सदस्यों ने सरकार से रासायनिक उर्वरकों पर प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है, क्योंकि इनके अभाव में फसलों का उत्पादन कम हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि चाय उद्योग की मांग को देखते हुए सरकार ने कुछ सप्ताह पहले कुछ प्रकार के रासायनिक उर्वरकों की अनुमति पर प्रतिबंधों में ढील दी थी।