कोलकाता, 19 अक्टूबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल से सटी भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को बांग्लादेश की सीमा रक्षा वाहिनी बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में आखिरकार पश्चिम बंगाल में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यहां के मुर्शिदाबाद जिला पुलिस के पास बीएसएफ ने लिखित तौर पर शिकायत दर्ज कराई है जिसे एफआईआर के तौर पर पंजीकृत किया गया है।
गुरुवार सुबह के समय फ्लैग मीटिंग से वापस लौट रहे बीएसएफ की टीम पर बीजीबी ने एके-47 से गोलियां बरसाई थी। सिर में गोली लगने के कारण हेड कांस्टेबल विजय भान सिंह (51) की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि एक अन्य जवान राजवीर यादव गंभीर रूप से घायल हैं। मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है जहां हालचाल लेने के लिए बीएसएफ के आईजी और अन्य अधिकारी पहुंचे थे। मुर्शिदाबाद जिला पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने शनिवार को इस बारे में पुष्टि करते हुए कहा कि बीएसएफ की ओर से एक शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसे एफआईआर के तौर पर पंजीकृत किया गया है। इसकी जांच की जा रही है। बीएसएफ की ओर से भी इसकी पुष्टि की गई है कि एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड की ओर से दावा किया गया था कि बीएसएफ की टीम ने फायरिंग की थी जिसके बाद आत्मरक्षा में गोली चलाई गई थी। हालांकि बीएसएफ ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा था कि भारतीय जवानों की ओर से एक भी गोली नहीं चलाई गई है। इस वारदात में भारत और बांग्लादेश सीमा पर भी तनाव बढ़ा दिया है। अमूमन दोस्ताना माहौल में रहने वाले भारत और बांग्लादेश के सैनिकों के बीच इस गोलीबारी ने दुश्मनी जैसे हालात बनाए हैं। गुरुवार को एक मछुआरे प्रणव मंडल को बांग्लादेश की सेना ने गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद पूरे विवाद की शुरुआत हुई थी। उसे 24 घंटे के अंदर छोड़ दिया जाना था लेकिन शनिवार को खबर लिखे जाने तक रिहा नहीं किया गया है।