वाराणसी, 30 अक्टूबर (हि.स.)। कैंट थाना क्षेत्र के हुकुलगंज में आर्थिक तंगी की वजह से बुधवार को एक युवक ने दो बच्चों को जहर देने के बाद पत्नी संग फांसी लगा ली। हृदय विदारक घटना की जानकारी पाते ही मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर कैंट पुलिस के साथ आला अफसर भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हुकुलगंज निवासी किशन गुप्ता (32) तुलसी निकेतन विद्यालय के सामने मोमोज बेचता था। वह हुकुलगंज के पैतृक 8 कमरे के मकान में अपनी पत्नी दो बच्चों के अलावा पिता अमरनाथ गुप्ता, मां सावित्री देवी, बहन, चार भाइयों के परिवार के साथ रहता था। आज सुबह किशन ने अपने बच्चों शिखा (5) और उज्ज्वल (6) को जहर देने के बाद पत्नी नीलम (28) के साथ फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी परिजनों को दोपहर में तब हुई जब मृतक का छोटा भाई प्रकाश घर आया और भतीजों को आवाज देकर बुलाया। कोई प्रतिक्रिया न होने पर कमरे में जाकर देखा तो उसकी चीख निकल गई। मामले की जानकारी होते ही मोहल्ले के लोग मौके पर जुट गये। सूचना पर सीओ कैंट अनिल कुमार और थाना प्रभारी भी पहुंच गये। किशन और उसकी पत्नी का शव फांसी के फंदे में लटका था। दोनों बच्चों के शव बिस्तर पर पड़े थे।
मोमोज विक्रेता ने बहन के शादी के लिए लिया था दस लाख रुपये कर्ज
मृतक के भाई ने बताया कि किशन ने हुकुलगंज में ही अपना खुद का मकान भी बनवाया था। उसके पिता का दो मकान पहले से ही है। दोनों मकान के किराये और मोमोज की दुकान की आय से परिवार चल रहा था। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन इसी दौरान उसने बहन की शादी के लिए दस लाख रुपये कर्ज ले लिया। कर्ज चुका न पाने की स्थिति में ब्याज बढ़ता गया और किशन की परेशानी भी बढ़ती गई। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि किशन के ऊपर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। इन दिनों उसकी मां सावित्री देवी भी उम्र जनित बीमारियों से पीड़ित थी। उनके इलाज में भी खर्च हो रहा था। किशन की पत्नी नीलम आठ माह की गर्भवती थी।
किशन के पिता अमरनाथ ने बताया कि बेटे ने अपनी मां से लगभग दस बजे मोबाइल पर फोन कर बोला कि आज खाने में दाल चावल ही बनाना। खाना बनाने के बाद सावित्री ने छोटे पुत्र प्रकाश से भैया और भाभी को नीचे बुलाने को कहा। जब वह किशन के कमरे में गया तो चारों को मृत देख रोने लगा। उसके रोने की आवाज सुन कर हम लोग कमरे में पहुंचे तो कमरे का हृदय विदारक दृश्य देख कर गश खाकर गिर गये।