श्रीनगर, 12 अगस्त (हि.स.)। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच ईद-उल-अजहा का त्यौहार शांति और हर्षाल्लास के साथ मनाया जा रहा है। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद धारा-144 लागू कर दी गई थी और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इन सबके बीच ईद के पावन त्योहार को लेकर घाटी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो। सोमवार को ईद के पर्व पर कश्मीर घाटी में धारा 144 में थोड़ी ढील दी गई, जिसके बाद कश्मीर घाटी के विभिन्न इलाकों में स्थित मस्जिदों में लोगों ने नमाज अदा की। हालांकि कई जगहों पर प्रशासन ने मस्जिदों को खोलने की अनुमति नहीं दी। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शांन्तिपूर्ण ढंग से नमाज अदा की और जम्मू कश्मीर में अमन और शान्ति बनी रहे इसकी दुआ की।
श्रीनगर के डेवलेपमेंट कमिश्नर शाहिद चौधरी ने बताया कि घाटी में ईद को लेकर जो ढील दी गई थी, वह अब वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा कि सोमवार सुबह ईद की नमाज़ के लिए लोगों को छूट दी गई थी, जिसके तहत लोगों को बाहर आने के लिए कहा गया था लेकिन अब फिर से पाबंदियां लगा दी गई है। इस दौरान भारी संख्या में लोगों को एक साथ इकट्ठा होने पर पाबंदी लगाई गई थी और थोड़ी-थोड़ी संख्या में ही लोगों को एकत्रित होने दिया गया। उन्होंने कहा कि ईद के पर्व पर जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से रौनक लौट आई है। कश्मीर घाटी में बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी ईद की खुशी दिख रही है। समूचे कश्मीर में सोमवार को ईद का त्यौहार मनाया जा रहा है। कश्मीर घाटी में स्थानीय लोगों ने पुलिसवालों के साथ ईद मनाई और लोग पुलिसवालों से गले भी मिले। इस दौरान पुलिसवालों ने कई मस्जिदों में मिठाई भी बांटी।
घाटी में अब भी मोबाइल फोन, मोबाइल इंटरनेट और टीवी-केबल पर रोक लगी हुई है। जम्मू में धारा-144 को पूरी तरह से हटा दिया गया है और राजौरी जिले में सोमवार को फोन की सुविधा चालू की गई है। राजौरी में सिर्फ मोबाइल कॉलिंग की सुविधा ही शुरू की गई है, जबकि मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है।
लद्दाख में भी ईद को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है। करगिल में हालात सामान्य हैं लेकिन इंटरनेट अब भी बंद है। वहीं लेह में इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है। लेह में आज इमामबाद मस्जिद में ईद की नमाज़ अदा की गई।