फर्रुखाबाद, 14 जनवरी (हि.स.)। कोरोना को लगभग एक साल होने को आ रहा है। ऐसे में लोगों को बेसब्री से इसकी वैक्सीन का इंतजार है। इस मौके को भुनाने के लिए साइबर ठगों ने अपना जाल बिछाने लगे हैं। जिले में कोविड टीकाकरण के नाम पर ठगी का खेल शुरू हो चुका है। वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर लोग आसानी से झांसे में आ सकते हैं, इसलिए विशेष सावधान रहने की जरूरत है। इस सम्बंध में स्वास्थ्य विभाग के लोगों से जागरुक व सावधान रहने की अपील की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वंदना सिंह का कहना है कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से न तो कोई कॉल की जा रही है और न ही आम आदमी का पंजीकरण किया जा रहा है। अभी तक सिर्फ सरकारी और निजी क्षेत्र में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीकरण किया गया है। जिन लोगों को वैक्सीन दी जानी है उसकी सूची स्वास्थ्य विभाग के पास है। लोगों को चाहिए ऐसे फोन कॉल से सावधान रहें, अन्यथा साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है फिर भी हमें सावधानी रखने की जरूरत है। जालसाज आधार कार्ड का विवरण लेने के बाद उसकी पुष्टि के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की मांग करते हैं। कोई व्यक्ति जैसे ही ओटीपी बताता है, आधार नंबर से जुड़े बैंक खाते से रकम निकल जाती है। इसलिए पंजीकरण के लिए फोन आने पर कोई जानकारी न दें और किसी भी जानकारी के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रभात वर्मा का कहना है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए फोन पर रजिस्ट्रेशन करवाने की कोई योजना नहीं हैं और न ही किसी भी प्रकार का आनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा रहा हैं। किसी भी अनजान व्यक्ति से निजी और गोपनीय जानकारी जैसे बैंक एकाउंट, एटीएम कार्ड (गोपनीय नंबर), आधार कार्ड और पैन कार्ड संबधी जानकारी साझा न करें। मोबाइल पर आए किसी भी प्रकार के ओटीपी को किसी से शेयर न करें। साथ ही कहा कि कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा करने वाले किसी भी अनजान एप, लिंक या ऐसा दावा करने वाले किसी भी डिजिटल प्लेटफार्म के झांसे में न आएं। कोई भी अनजान एप डाउनलोड न करें।