उप्र: पूर्वांचल में खौफ का दूसरा नाम था फिरोज पठान
गोरखपुर(उप्र), 24 फरवरी (हि.स.)। आईसीआईसीआई बैंक लूटकाण्ड का मुख्य आरोपी और डेढ़ लाख का इनामी बदमाश फिरोज पठान का नाम सुनते ही लोगों में दहशत भर जाता था। हम इसे खौफ का दूसरा नाम भी कह सकते हैं।
फिरोज पठान पर केवल बस्ती में शामिल नहीं था, वरन वह इलाहाबाद में हुई बैंक लूट में भी शामिल रहा। इस वजह से उस पर 50 हजार के इनाम की घोषणा हुई थी। बस्ती लूटकांड के बाद उस पर एक लाख के इनाम की घोषणा और कर दी गयी।
आपराधिक प्रवृत्ति के फिरोज ने बीते दिनों फरेंदा और बस्ती में बैंक लूट को अंजाम दिया था। कौशांबी में ग्राहक सेवा केंद्र पर लूट भी इसी की करतूत थी। अन्य कई प्रांतों में भी इस पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। दो दिन पहले बस्ती में हुए लूटकांड के 07 सदस्यों को बस्ती पुलिस ने संयुक्त रूप से मुठभेड़ के बाद मामले का पटाक्षेप कर दिया।
तीन गोली लगी और ढेर हो गया
गोरखपुर यूनिट ने बस्ती के लालगंज थाना क्षेत्र के सुहेला गांव के पास सोमवार को पुलिस मुठभेड़ हुई। एसटीएफ का एक जांबाज सिपाही भी घायल हुआ। बावजूद इसके वह बच नहीं सका। यूनिट के प्रभारी धर्मेश शाही के नेतृत्व में पठान को जवाबी कार्रवाई में 03 गोली मारकर ढेर किया गया।
प्रयागराज था नया ठिकाना
मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले फिरोज पठान का परिवार कुछ साल पहले प्रयागराज में आकर बस गया था। अब वह यहीं से घटनाओं को गति देने की योजनाओं को अंजाम तक पहुंचने की रणनीति बनाता था। घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह पुलिस से बचने को महाराष्ट्र के ठाणे में बनाये गए अपने ठिकाने पर भागकर छिपता था।
यह है बैंक लूटकांड मामला
छह दिसंबर की कड़ी चौकसी के बीच कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए दो बाइक पर सवार होकर पहुंचे चार बदमाशों में से दो हेलमेट लगाए पहले बैंक के अंदर गए थे। फिर तमंचा निकाल कर ग्राहकों से भरी बैंक की लॉबी में सबको लाइन में खड़ा कर हाथ ऊपर करा दिया था। बैंक स्टाफ को एक केबिन में बंद कर दिया था। इसी दौरान चेहरे पर कपड़ा बांधे दो अन्य बदमाश भी वहां पहुंच गए थे। चारों ने मिलकर डेढ़ मिनट तक काउंटर में रखा कैश और कई ग्राहकों के पास मौजूद रकम तकरीबन 48 लाख रुपये लूट लिया था और कपड़े के थैले में सारी रकम भरकर वे निकल गए थे। कुछ ही सेकेंड में वे दोबारा बैंक में घुसे।शटर बंद किया। कुछ और लोगों से लूटपाट की। बाहर निकलने पर भीड़ में से कुछ लोगों ने एक बदमाश को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उसके तमंचा तान देने से लोग पीछे हट गए थे।