गाजियाबाद, 30 जनवरी (हि.स.)। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली और लाल किले पर हुई हिंसा के बाद कमजोर हुआ किसान आंदोलन एक बार फिर से मजबूत हो गया है। भारी संख्या में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान आंदोलन स्थल पर एकत्रित हो चुके हैं। राजनीतिक दलों के मिल रहे समर्थन से किसान उत्साहित हैं। शनिवार को भी राजनीतिक दलों के दिग्गजों का यूपी गेट पहुंच कर किसान आंदोलन को समर्थन देने का सिलसिला जारी रहा। आंदोलन स्थल पर भारी संख्या में तैनात पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद है और जांच के बाद ही वहां पर लोगों को प्रवेश करने दे रही है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार किसानों को समर्थन देने के लिए यूपी गेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाए गए तीनों इसी कानून न केवल किसानों की हो बल्कि देश आम जनता के लिए भी घातक है। सरकार लगातार आंदोलन कर रहे किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। इंडियन नेशनल लोकदल के महासचिव अभय चौटाला ने भी आज टिकैत से मुलाकात की। गाड़ियों के काफिले के साथ अभय यहां गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और राकेश टिकैत से मिलकर उन्हें समर्थन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसान किसी से कुछ नहीं कहता है लेकिन अगर कोई उसे छेड़ दे तो तो फिर किसान उसे छोड़ता नहीं है।
इधर किसान आंदोलन में किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉली व निजी वाहनों से आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे हैं। किसानों का कहना है कि अब यह लड़ाई फसलों की नहीं नस्लों की हो गई है और जब तक कानून वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं होगी। आंदोलन को मजबूत करने के लिए पंजाब के किसान अब दूसरे राज्यों के किसानों को भी साथ लाएंगे। इसके लिए पटियाला से 700, मोगा से 450, गुरदासपुर से 50 और होशियारपुर के टांडा से 70 किसान शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। आज सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग के यूपी बॉर्डर फ्लाईओवर पर दिल्ली से गाजियाबाद आने वाली एक लेन को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। एक लेन खुलने के कारण और भारी ट्राफिक दबाव के कारण फ्लाईओवर पर जाम की स्थिति बन गई। हालांकि ट्रैफिक धीरे धीरे रेंगता रहा। दोपहर तक यह स्थिति बनी रही। किसानों ने रखा उपवास- पिछले 4 दिन में 2 बार हुई हिंसा के बाद आंदोलन अब नया मोड़ ले रहा है। दिल्ली की सीमाओं में डटे किसानों ने आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एक दिन का उपवास रखकर सद्भावना दिवस मनाया। इसके जरिए उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा का प्रायश्चित किया। यूपी गेट पर बड़ी संख्या में किसानों ने सद्भावना दिवस में भाग लिया। ‘