फर्जी डिग्री मामले में 4 शिक्षक बर्खाश्त, 50 की चल रही जांच

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जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वाले चार चेहरे मंगलवार को फिर उजागर होने के बाद बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। इसके बाद से ही पूरे विभाग हड़कंप मचा हुआ है। अभी  साक्ष्य के आधार पर 50 से अधिक शिक्षक जांच के दायरे में हैं।



गाजीपुर, 05 जून (हि.स.)। जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वाले चार चेहरे मंगलवार को फिर उजागर होने के बाद बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। इसके बाद से ही पूरे विभाग हड़कंप मचा हुआ है। अभी  साक्ष्य के आधार पर 50 से अधिक शिक्षक जांच के दायरे में हैं। पिछले कई साल से दर्जनों फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं। गाजीपुर के शिक्षक स्थानीय जनपद के साथ ही गैरजनपदों में फर्जी दस्तावेज के साथ नौकरी कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि शासन की ओर से 2016 में प्राथमिक विद्यालय में 16,448 अध्यापकों की नियुक्ति हुई थी। उनके कागजातों की जांच विभाग की ओर से कराई जा रही थी। बीएसए श्रवण कुमार गुप्ता पिछले कुछ दिनों से शिकायतों के आधार पर शिक्षकों की जांच करवा रहे हैं। इसमें टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) पास की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे चार शिक्षक जांच के बाद दोषी पाए गए। इसमें प्राथमिक विद्यालय ओड़राई जखनियां के सहायक अध्यापक अनिता यादव, प्राइमरी जलालाबाद की किरन यादव, प्राइमरी नसीरपुर ढ़ाडी में सहायक अध्यापक रीना यादव, प्राथमिक विद्यालय अडिला मनिहारी के रिंकू सिंह शामिल हैं। दोषी मिलने पर बीएसए ने इन लोंगो को कार्यमुक्त कर दिया है।
सहायक अध्यापक सुषमा देवी भवरुपुर सादात की भी फर्जी डिग्री होने का आरोप है, लेकिन इनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विभाग को अभी भी 50 से अधिक अध्यापकों के कागजातों पर संदेह है, जिसकी जांच विभाग कर रहा है।


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