लॉकडाउन में फर्जी आईएएस गिरफ्तार
नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी दिल्ली समेत पूरा देश कोरोना की महाबीमारी से लड रहा है। सरकार, पुलिस व सुरक्षा एजेंसी द्वारा बार-बार लोगों से घरों में रहने वह दूरी बनाने की अपील की जा रही है। ऐसा न करने वालों पर सरकार व पुलिस ने सख्त करवाई करने का काम भी शुरू किया। बावजूद इसके लोग पुलिस को ठेंगा दिखा रहे है। लॉकडाउन शुरू होने के बाद एक तरफ बडे अपराध में जहां कमी आई है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी नियाम की लोगों ने जमकर धज्जियां उडाई। कभी टैक्सी, प्राइवेट बस तो कभी एम्बुलेंस का सहारा लेकर लोगों ने सरकारी नियामों को तोडने का प्रयास किया। इसी बीच इन सबसे परे उत्तर पश्चिमी जिले में एक अजीबों-गरीब घटना हुई। यहां पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के निर्देश का पालन कर रहे पुलिसकर्मी वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी उन्होंने एक गाडी आती देखी। गाड़ी में दिल्ली पुलिस का लोगो लगा हुआ था। बावजूद इसके पुलिस ने कार सवार को गाड़ी रोकने को कहा। कार सवार ने गाड़ी को एक किनारे रोकते हुए गुस्से से बाहर निकला पुलिस से उलझ गया। कार सवार ने रौब झाड़ते हुए खुद को वरिष्ठ आईएएस बताया। एक पल के लिए के पुलिस स्टाफ भी सहम गया। लेकिन परिचय पत्र दिखाने की बात कहने पर आईएएस साहब की पोल खुल गई। पुलिस ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर उसे पकड़ लिया और उसकी गाडी भी जब्त कर ली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा फर्जी आईएएस
डीसीपी विजियंता आर्या के अनुसार, लॉकडाउन को देखते हुए थाने स्तर के सभी पुलिस स्टाफ को पिकेट लगाकर वाहनों की चेकिंग करने के निर्देश दिये गये थे। देर रात करीब 10.30 बजे केशवपुरम थाना पुलिस पिकेट लगाकर वाहनों की जांच कर रही थी। इसी बीच उन्हें रामपुरा की तरफ से एक गाड़ी आती दिखी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, केशवपुरम थाने में कॉन्स्टेबल विक्रम ने हाथ से कार सवार को रुकने का इशारा किया। कार सवार ने गाड़ी को एक किनारे रोका और गुस्से में बाहर निकलते हुए पुलिस से उलझ पड़ा।
कार में दिल्ली पुलिस का लोगों व भारत सरकार लिखा हुआ था
पुलिस सूत्रों की मानें तो उक्त कार में दिल्ली पुलिस का लोगो व भारत सरकार लिखा हुआ था। एक पल के लिए पुलिस भी सहम गई की कहीं यह कोई वरिष्ठ अधिकारी तो नहीं। लेकिन हिम्मत कर पुलिस ने कार सवार से लॉकडाउन में बाहर घूमने का कारण पूछा। जिसपर आरोपित ने तैश में आकर कहा कि मै वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई रोकने की, अभी सिखाता हूं तुम्हें काम करना। इधर पुलिसक ने आरोपित से उसका परिचय पत्र मांगा। जिसपर आरोपित ने मिनिस्ट्री की फाइल दिखाई। इधर पुलिस को आरोपित पर शक हुआ तो सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपित टूट गया और मामले का खुलासा हुआ। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आरोपित की पहचान केशवपुरम निवासी आदित्य (28) के रूप में हुई। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।