नई दिल्ली, 03 नवम्बर (हि.स.)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में निकट भविष्य में कोई सर्विस चार्ज नहीं बढ़ने वाला है। बैंकों ने ये फैसला कोविड-19 की महामारी के मद्देनजर लिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने 1 नवम्बर, 2020 से लागू किए गए बदलावों को भी वापस ले लिया है। ये जानकारी वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को ट्वीट करके दी है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ बैंकों के द्वारा सर्विस चार्ज बढ़ाए जाने की खबरों पर स्थिति को स्पष्ट किया है। दरअसल मीडिया में चल रही कुछ खबरों में जनधन खातों से निकासी पर 100 रुपये और विभिन्न प्रकार के खातों पर कुछ चार्ज लिए जाने का दावा किया जा रहा था। ऐसे में वित्त मंत्रालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है, ताकि लोगों में किसी तरह का कोई कनफ्यूजन ना रहे।
मंत्रालय का कहना है कि बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (बीएसबीडी) खातों पर कोई चार्ज नहीं लग रहा है, जिनमें जनधन खाते भी शामिल हैं। वित्त मंत्रालय के मुताबिक 41.13 करोड़ जनधन खातों समेत 60.04 करोड़ बीएसबीडी अकाउंट पर कोई चार्ज नहीं लग रहा है, जैसा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने निर्देशित भी किया है।
उल्लेखनीय है कि रेगुलर सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट, कैश क्रेडिट अकाउंट्स और ओवरड्राफ्ट अकाउंट्स की करें तो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में इनके चार्ज नहीं बढ़े हैं। सिर्फ बैंक ऑफ बड़ौदा ने 1 नवम्बर से कुछ चार्ज बढ़ाए थे, जिसके तहत मुफ्त कैश डिपॉजिट और निकासी की संख्या 5 से घटाकर 3 कर दी थी, लेकिन कोरोना के चलते बीओबी ने ये बदलाव वापस ले लिये हैं। इसके अलावा किसी भी पीएसयू बैंक ने कोई चार्ज हाल-फिलहाल नहीं बढ़ाया है।