भारत के पूर्व राजदूत ने खुद को गोली मार की खुदकुशी
नई दिल्ली, 24 फरवरी (हि.स.)। फ्रांस समेत कुछ अन्य देशों में भारत के पूर्व राजदूत रहे एक आईएफएस अधिकारी ने डिफेंस काॅलोनी इलाके में स्थित आवास पर खुद को सनसनीखेज तरीके से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। घटना बुधवार सुबह की है, जब गोली चलने की आवाज से आसपास के लोग भी सहम गए। उधर, सूचना पर पहुंची स्थानीय डिफेंस कॉलोनी थाने की पुलिस ने तत्काल उन्हें खून से लथपथ हालत में पास के मूलचंद अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसकी जांच की जा रही है।
घटना की पुष्टि करते हुए डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने मृतक पूर्व आईएफएस अधिकारी की पहचान 81 साल के रंजीत शेट्ठी के तौर पर की है, जो डिफेंस कॉलोनी इलाके में स्थित डी-132 की पहली मंजिल पर रहते थे। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को बुधवार सुबह करीब 7ः25 बजे मिली थी। पता चला था कि पूर्व आईएफएस अधिकारी ने खुद को गोली मार ली है। सूचना पर तत्काल पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और खून से लथपथ हालात में उन्हें पास के मूलचंद अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि उन्होंने अपने कमरे में ही अचानक खुद को गोली मार ली थी। पुलिस को घटनास्थल की छानबीन के दौरान एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसकी जांच की जा रही है।
बीमारी को बताया कारण…
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से बरामद सुसाइड नोट में मृतक ने खुदकुशी करने के पीछे अपनी लम्बी बीमारी को कारण बताया है। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि मृतक रंजीत शेट्ठी पिछले लम्बे समय से काफी बीमार चल रहे थे। जिसका इलाज भी काफी समय से चल रहा था। बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले ही उन्हें स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वे मंगलवार को ही अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर लौटे थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बीमारी और अकेलेपन के अवसाद की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। हालांकि फिलहाल पुलिस उनके घरेलू सहायक समेत अन्य परिजनों से पूछताछ कर घटना के पीछे की असली वजह पता लगाने का प्रयास कर रही है।
अकेले ही रहते थे रंजीत शेट्ठी…
पुलिस सूत्रों की मानें तो रंजीत शेट्ठी अपने घर में अकेले ही रहते थे। उनकी मदद के लिए उन्होंने एक घरेलू सहायक अपने साथ रखा था। बताया जाता है कि वे कई साल पहले अपनी पत्नी से अलग हो चुके थे, जिसके बाद से ही वे अकेले अपने घर में रह रहे थे। उनकी एक बेटी और एक बेटा है। बेटी जहां डिफेंस कॉलोनी में ही सी-ब्लॉक में रहती है, वहीं उनका बेटा श्रीलंका में रहता है।
कई देशों के रह चुके थे राजदूत…
जानकारी के मुताबिक, आईएफएस अधिकारी रंजीत शेट्ठी फ्रांस, यूएई समेत कुछ अन्य देशों में भी भारत के राजदूत रह चुके थे। यूएई में वे मार्च 1990 से नवम्बर 1993 तक भारत के राजदूत रहे थे। जिसके बाद नवम्बर 1993 से अक्टूबर 1997 तक वे फ्रांस में भारत के राजदूत रहे। इसके अलावा भी उन्होंने कुछ अन्य देशों में भी अपने देश के लिए सेवाएं दी थीं।