श्रीनगर, 12 फरवरी (हि.स.)। कश्मीर पहुंचे यूरोपियन संघ के सदस्यों ने डल झील की सैर करने के बाद विभिन्न सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर कश्मीर में वर्तमान परिस्थितियों का जायजा लिया। 25 सांसदों ने दौरे के पहले दिन डल झील की सैर भी की। शिकारा में डल झील की सैर करते हुए यूरोपियन संघ के सदस्यों ने खूबसूरती का पूरा आनंद उठाया और उसके बाद वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि इस तरह की खूबसूरती व शांत वातावरण उन्होंने कहीं नहीं देखा है।
होटल पहुंचने के बाद ये दल स्थानीय, सामाजिक, राजनीतिक, मजहबी व स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से मिला और जम्मू-कश्मीर से धारा-370 व 35 ए हटाये जाने के बाद वर्तमान परिस्थितियों के बारे में जाना। इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल व्यापारियों सहित कई स्थानीय प्रतिनिधिमंडलों से भी मिलेगा। 370 खत्म किए जाने के बाद सरकार की ओर से लगाए गए कई प्रतिबंधों की वजह से कश्मीर घाटी में व्यापार को काफी नुकसान पहुंचा है। दो दिवसीय दौरे के दौरान इस दल का उड़ी व एलओसी पर जाने का भी कार्यक्रम था परंतु खराब मौसम के कारण नहीं जा पाए। बता दें कि दौरे के अंतिम दिन वे जम्मू भी आयेंगे और इस दौरान उपराज्यपाल जीसी जीसी मुर्मू के अलावा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।
यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों का पहला दल अक्तूबर 2019 में कश्मीर आया था। उस समय इस दौरे को यूरोपीय संघ का अनधिकृत दौरा कहा गया था। इसके बाद जनवरी 2020 में संयुक्त राज्य अमरीका के नेतृत्व में दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाईजिरिया, गुआना, अर्जेंटिना, नार्वे, फिलपींस, मालदीव, टोगो, फिजी, पेरु, बांग्लादेश और वियतनाम सहित 15 मुल्कों के दिल्ली स्थित राजदूतों ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया था।