पुत्रवधू पर पुत्र-बहिन व श्वसुर की हत्या कर आत्महत्या का संदेह
एटा, 26 अप्रैल (हि.स.)। प्रदेश के एटा जनपद मुख्यालय के कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला श्रंगारनगर में शनिवार को एक मकान में मिले 5 शवों के मामले में पुलिस का संदेह मृतक बुजुर्ग की पुत्रवधू पर गहराता जा रहा है। पुलिस जांच में संभावना जताई गयी है कि मृतक दिव्या ने पहले भोजन में विषाक्त मिलाकर अपने श्वसुर, बहिन व बड़े पुत्र की हत्या की। तत्पश्चात अपने अबोध पुत्र का गला घोंटा। इसके बाद स्वयं विषाक्त सेवन कर व हाथ की नसें काटकर आत्महत्या कर ली।
बता दें कि शनिवार सुबह श्रंगारनगर की गली नं. 3 में रहनेवाले 75 वर्षीय राजेश्वर पचौरी पुत्र रामप्रसाद पचौरी के मकान में उनके अलावा उनकी पुत्रवधू 35 वर्षीय दिव्या पत्नी दिवाकर पचौरी, दिव्या की बहिन 23 वर्षीय बुलबुल निवासी सोनई (मथुरा), 8 वर्षीय पुत्र आरूष व 1 वर्षीय आरव के शव बरामद हुए थे। मकान में गैसकटर से दरवाजा काटकर घुसी पुलिस को मकान के पोर्च में चारपाई पर दिव्या का शव मिला। इसके मुंह से झाग निकल रहे थे तथा इसके हाथ की नस कटी हुई थी। इसके बाद कमरे में दोनों पुत्रों के शव उनके बेड पर थे। इनमें आरूष के मुंह से झाग निकल रहे थे। जीने के नीचे के कमरे में राजेश्वर पचौरी पड़े थे। इनके मुंह में झाग थे तथा सर पर किसी वस्तु से चोट के निशान। वहीं ऊपरी मंजिल के कमरे बुलबुल का शव एक चारपाई पर पड़ा था। इसके गले पर किसी तार या पैनी वस्तु से गला घोंटे जाने के निशान थे तथा मुंह से झाग निकल रहे थे। मकान में कोई स्थल ऐसा नहीं था, जहां से किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश संभव हो।
इस बड़े मामले की सूचना पाकर एसएसपी सुनीलकुमार सिंह, एएसपी संजय कुमार भी मौके पर पहुंचे तथा सहायता के लिए डाॅग स्क्वाइड व सर्विलांस टीम भी लगाई गयी। इन सभी जांचों के बाद पांचों शव अन्त्यपरीक्षण के लिए भेजे गये। यहां डा. राहुल चतुर्वेदी, डा.आर.एन. जिन्दल व डा. अनीता के तीन सदस्यीय पैनल ने वीडियोग्राफी के मध्य शवों का अन्त्यपरीक्षण किया।
हालांकि पुलिस द्वारा औपचारिक रूप से इस कांड का खुलासा नहीं किया गया है। किन्तु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस का मानना है कि दिव्या ने पहले श्वसुर राजेश्वर पचौरी, बहिन बुलबुल व पुत्र आरूष को खाने में विषाक्त देकर उनकी हत्या की है। इसके बाद अपने छोटे पुत्र आरव की गला घोंटकर हत्या की है। इन चारों की हत्या करने के बाद स्वयं खाना न खाकर उसने विषाक्त का सेवन कर तथा अपने हाथ की नसें काट आत्महत्या की है। ‘हिन्दुस्थान समाचार’ द्वारा इस सम्बन्ध में एसएसपी व एएसपी से मौके पर की बातचीत का संकेत भी इसी ओर जाता प्रतीत हुआ था।
इस जघन्य हत्याकांड व आत्महत्या के पीछे कोई स्पष्ट कारण तो सामने नहीं आया है। किन्तु श्रंगारनगर व मृतकों के सम्बन्धियों में चल रही चर्चाएं इस कांड के पीछे बुलबुल से दिव्या के पति दिवाकर के अवैध सम्बन्धों की ओर इशारा करती हैं। बताया गया है कि बुलबुल बचपन में भी यहां रही है। दोनों के अवैध सम्बन्धों के कारण ही करीब एक वर्ष पूर्व दिव्या ने जिद करके उसे उसके घर सोनई भिजवाया था। किन्तु पुत्र आरव के जन्म के समय श्वसुर की सहमति से उसे फिर बुला लिया गया था और वह बीते 10 महीने से यहीं रह रही थी। संभवतः यही कारण था कि राजेश्वर को विषाक्त सेवन कराने के बाद भी उनके सर पर प्रहार कर उनकी मृत्यु को सुनिश्चत किया गया। तथा बुलबुल के गले को रेतने का प्रयास किया गया।
यूं पुलिस द्वारा सभी पहलुओं की विस्तृत छानबीन कर विश्लेषण करने के लिए क्राइम ब्रांच की स्वाॅट टीम व सर्विलांस टीम का सहारा लेने के अलावा 5 तेज-तर्रार थाना प्रभारियों के नेतृत्व में टीमें गठित कर मामले की जांच कराई जा रही है। ये टीमें बुलबुल व दिवाकर सहित सभी परिजनों के मोबाइलों के काॅलडिटेल भी निकलवा रही हैं। किन्तु सीसी कैमरों के फुटेज में किसी संदिग्ध की उपस्थिति प्रमाणित न होने, मकान के अंदर से बंद होने से पुलिस की थ्योरी यही है कि इस कांड को पारिवारिक कलह के चलते मृतक दिव्या द्वारा ही अंजाम दिया गया है तथा सभी की मृत्यु विषाक्त सेवन से हुई है।