सुरक्षित की गई सीमा धुबरी इलाके में इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से : राजनाथ

0

नई दिल्ली, 14 मार्च (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि धुबरी सीमा से भारत में बांग्लादेशी नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए नदी की सीमा के कारण बाड़बंदी (फेंसिंग) करना संभव नहीं था लेकिन वहां इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और अन्य तकनीकी माध्यमों से सीमा को सुरक्षित करने में कामयाबी हासिल कर ली गई है। हम चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों के दर्द को समझते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए असम सरकार ने उनकी मजदूरी बढ़ाकर 318 रुपये करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
रक्षा मंत्री आज असम में बिश्वनाथ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘असोम’ शब्द से उत्पन्न हुए असम जैसा कोई दूसरा राज्य नहीं है। माता कामाख्या देवी और ब्रह्मपुत्र की यह पवित्र भूमि है। लचित बोरफुकन जैसे शूरवीरों की इस धरती पर आकर मन श्रद्धा से झुक जाता है। मातृभूमि की रक्षा के लिए उन्होंने अपने मामा को भी मारने में संकोच नहीं किया। वे मानते थे कि राष्ट्र पहले बाकी सब बाद में। हमने संगीत सम्राट डॉ. भूपेन हजारिका को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ की उपाधि दी। भूपेन हजारिका जी को भारत रत्न से सम्मानित करना असम के प्रति हमारे सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक है। इसी तरह गोहपुर इलाके की बेटी कनकलता बरूआ को जिसने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान देश की आजादी के लिए अपना बलिदान कर दिया।
उन्होंने कहा कि शायद आपको जानकारी नहीं होगी कि भारतीय तटरक्षक एक जहाज का नाम उसी असम की बेटी कनकलता के नाम पर रखा गया है। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि पुणे के पास खड़गवासला में जो राष्ट्रीय रक्षा अकादमी है वहां सेना में जाने वाले कैडेट्स में सर्वश्रेष्ठ कैडेट को उत्तीर्ण बोरफुकन ट्राफी दी जाती है। हम असम की इस धरती के मान सम्मान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। असम और नार्थ ईस्ट के राज्यों को रेल कनेक्टिविटी देने के लिए 2008 किमी. लंबे 19 प्रोजेक्ट 75795 करोड़ रुपये की लागत से पिछले कुछ वर्षों में शुरू किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री और यहां के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिखाई गयी मुस्तैदी ने असम समेत पूरे भारत को बहुत अधिक प्रभावित नहीं होने दिया जबकि कई बड़े देश इस महामारी में धराशायी हो गए। सालों तक असम के ढेमाजी को डिब्रूगढ़ जिले से जोड़ने वाले बोगीबील पुल का काम रुका पड़ा था। कांग्रेस की सरकारों ने काम को लटकाए रखा। जब मोदी जी ने केंद्र की सत्ता संभाली और सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री बने तब जाकर 2018 के दिसंबर में मोदीजी ने बोगीबील पुल का उद्घाटन किया। आज असम के सभी जिले खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि 02 मई को इन विधानसभा चुनावों के नतीजें आएंगे तो असम के साथ-साथ पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में भी भाजपा की सरकार होगी। त्रिपुरा में पहले ही सरकार भाजपा की बन चुकी है। राजनाथ सिंह ने कहा कि जब असम, त्रिपुरा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में भी भाजपा की सरकार होगी तो कोई भी घुसपैठिया घुसपैठ करने की जुर्रत नहीं कर पाएगा। आपके आशीर्वाद से हम असम और पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने जा रहे हैं। इन राज्यों की सीमाएं बांग्लादेश के साथ मिलती हैं। अगर भाजपा यहां सत्ता में आती है तो हम भारत में बांग्लादेशियों के प्रवेश को रोकने के लिए प्रमुख सीमा क्षेत्र को अवरुद्ध करेंगे।
राजनाथ बिश्वनाथ विधानसभा क्षेत्र में जनसभा करने के बाद गोहपुर और डेरागांव के लिए रवाना हुए।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *