नई दिल्ली, 25 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को पांच नए मतदाताओं को डिजिटल मतदाता पहचान पत्र (ई-एपिक) एवं मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान कर ई-एपिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह के दौरान चुनाव आयोग की तीन पुस्तिकाओं का भी विमोचन किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
निर्वाचन आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ाते हुए ‘मतदाता पहचान पत्र’ को डिजिटलीकरण से जोड़ दिया है। इसकी मदद से अब 1 फरवरी से सभी मतदाता अपने स्मार्टफोन में मतदाता कार्ड भी डाउनलोड कर सकेंगे। ई-एपिक मतदाता फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है जिसे वोटर हेल्पलाइन ऐप एवं वेबसाइट https://voterportal.eci.gov.in/ और https://www.nvsp.in/ के जरिये एक्सेस किया जा सकता है। इसे मोबाइल, कंप्यूटर आदि पर डाउनलोड किया जा सकेगा। यह मतदान के लिए पूरी तरह मान्य दस्तावेज होगा।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन देश के आम मतदाताओं के सशक्तीकरण का दिन है। मतदाता पहचान पत्र के डिजिटलीकरण को बड़ी उपलब्धि बताते हुए उन्होंने कहा कि ई-एपिक की सुविधा से मतदाता पहचान पत्र खो जाने की समस्या दूर होगी। उन्होंने इस सुविधा को व्यापक रूप से प्रचारित करने का आह्वान किया।
देशभर में बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए निर्वाचन आयोग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बूथ कैप्चरिंग आज बीते जमाने की बात हो चुकी है। उन्होंने प्रत्याशियों के आय, संपत्ति और अपराध का ब्यौरा लिये जाने को पारदर्शिता का संकेत बताया।
प्रसाद ने चुनाव आयोग के जिन कंडक्टिंग इलेक्शन ड्यूरिंग पैनडेमिक- अ फोटो जर्नी, एसवीईईपी एंडेवर्स: अवेयरनेस इनिशिएटिव ड्यूरिंग लोकसभा इलेक्शन 2019 और चलो करें मतदान तीन पुस्तिकाओं का विमोचन किया।
कंडक्टिंग इलेक्शन ड्यूरिंग पैनडेमिक- अ फोटो जर्नी: यह फोटो पुस्तिका वैश्विक महामारी के बीच चुनाव कराने की चुनौतीपूर्ण यात्रा को प्रस्तुत करती है। आयोग ने देश में कई चुनावों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जिसकी शुरुआत राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव से हुई। उसके बाद बिहार में विधान सभा चुनाव हुए जो वैश्विक महामारी के दौरान दुनिया भर में इस प्रकार का एक सबसे बड़ा अभियान था। देश के विभिन्न राज्यों में 60 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव भी हुए।
एसवीईईपी एंडेवर्स: अवेयरनेस इनिशिएटिव ड्यूरिंग लोकसभा इलेक्शन 2019: यह पुस्तक 2019 में आयोजित 17वें लोकचुनाव चुनाव के दौरान मतदाता जागरूकता हस्तक्षेप, नवाचार और पहल के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। इसमें मतदान को ‘देश का महात्योहार’ कहा गया है जो लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार है। इसे लिंग, जाति, पंथ और धर्म की बाधाओं से ऊपर उठकर देश भर में मनाया जाता है।
चलो करें मतदान: यह एक हास्य पुस्तक है जिसका उद्देश्य मतदाता शिक्षा को मजेदार और सोचने लायक बनाना है। युवा, नए और भविष्य के मतदाताओं को लक्षित करते हुए इस कॉमिक में चुनावी प्रक्रियाओं पर बड़े पैमाने पर मतदाताओं को शिक्षित करने के लिए दिलचस्प और संबंधित चरित्रों को शामिल किया गया है।