पटना, 04 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना का असर सियासत पर भी पड़ा है। इससे अब बिहार विधान परिषद का होने वाले चुनाव भी प्रभावित हो गया है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने विधान परिषद की 17 सीट के लिए होने वाले चुनाव को स्थगित कर दिया। इन सीटों पर चुने गये विधानसभा कोटे की 9 और स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के 4-4 सदस्यों समेत सभी 17 विधान पार्षदों का कार्यकाल अगले महीने 6 मई को समाप्त हो रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। इसलिए ऐसी स्थिति में 6 मई से पहले चुनाव करा पाना संभव नहीं था।
निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर आने वाले 4 सदस्यों प्रो. नवलकिशोर यादव, संजय कुमार सिंह, केदारनाथ पांडेय और मदन मोहन झा हैं। स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 4 सदस्य मंत्री नीरज कुमार, देवेश चंद्र ठाकुर, दिलीप कुमार चौधरी और डॉ. एन यादव हैं। विधानसभा कोटे से निर्वाचित सदस्य विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारून रशीद के अलावा भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, पीके शाही, संजय मयूख, कृष्ण कुमार सिंह, राधा मोहन शर्मा, सतीश कुमार, हीरा प्रसाद बिंद और सोनेलाल मेहता हैं।
इसी महीने के अंत में थी परिषद चुनाव की संभावना
गत चुनाव के आधार पर छह मई 2014 से वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल प्रभावी हुआ था। उस साल समय से पहले विधान परिषद का चुनाव इसलिए करा लिया गया था क्योंकि मई में लोकसभा का चुनाव होनेवाला था। इस साल ऐसी कोई बाध्यता नहीं थी, इसलिए अप्रैल के तीसरे या अंतिम सप्ताह में मतदान की संभावना थी। लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से बिहार विधानपरिषद का चुनाव भी अछूता नहीं रह पाया।