मतदाताओं के लिए 7.2 करोड़ दस्तानों की होगी व्यवस्था

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62.96 प्रतिशत बढ़ाई गई है मतदान केन्द्रों की संख्याअब एक बूथ पर नहीं होंगे एक हजार से अधिक वोटरछह लाख पीपीई किट की जरुरत होगी मतदान कर्मियों के लिए



पटना, 25 सितम्बर (हि.स.) । मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सात लाख हैंड सेनिटाइजर, लगभग छह लाख पीपीई किट के साथ ही मतदाताओं के लिए सात करोड़ से अधिक दस्तानों की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था कोरोना वायरस महामारी के कारण की गई है और मतदाता ईवीएम का बटन दबाने के दौरान एकल उपयोग वाले दस्तानों का उपयोग करेंगे। अरोड़ा ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की और कहा कि 7.2 करोड़ दस्ताने, करीब सात लाख इकाई सेनिटाइजर, करीब 46 लाख मास्क, करीब छह लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट और 7.6 लाख फेस शील्ड की व्यवस्था की गई है।

इसके अलावा 23 लाख दस्तानों की व्यवस्था मतदान और सुरक्षा कर्मियों के लिए भी की गई है। बिहार में इस बार 7.29 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। आयोग ने अगस्त में महामारी के दौरान चुनाव कराने के लिए व्यापक दिशानिर्देश जारी किए थे। अरोड़ा ने कहा कि साफ-सफाई के लिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में साबुन और पानी भी रखा जाएगा। आयोग ने कहा कि कंटेनमेंट जोन के मतदाताओं के लिए अलग से दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे। बिहार चुनाव में इस बार हर मतदान केंद्र के प्रवेश स्थान पर थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे। मतदान केंद्र पर मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। सामाजिक दूरी के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने प्रति मतदान केंद्र मतदाताओं की संख्या 1,500 से घटाकर 1,000 कर दिया है। इससे मतदान केंद्रों की संख्या में वृद्धि हुई है। वर्ष 2015 के चुनावों में राज्य में 65 हजार, 367 मतदान केंद्र थे और अब यह संख्या 62.96 प्रतिशत बढ़कर 1 लाख, 06 हजार 526 हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि बिहार में तीन चरणों में, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी।

 


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