मनी लॉन्ड्रिंग: अनिल देशमुख की ईडी कस्टडी 15 तक बढ़ी
मुंबई, 12 नवंबर (हि.स.)। मुंबई के स्पेशल कोर्ट ने अवैध वसूली एवं मनी लॉड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री एवं राकांपा नेता अनिल देशमुख की ईडी कस्टडी को 15 नवंबर तक बढ़ाने का आदेश दिया है।
अनिल देशमुख की ईडी कस्टडी शुक्रवार को खत्म हो रही थी, जिसके कारण उन्हें स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। अनिल देशमुख ने कोर्ट को पत्र पेश कर कहा कि पिछले 10 दिनों में ईडी की ओर से 200 प्रश्र पूछे गए और इनका जवाब उन्होंने दे दिया है। इसलिए अब उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं रह गया है। अनिल देशमुख ने ईडी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसके बाद ईडी के वकील ने कहा कि अनिल देशमुख और पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करनी है। साथ ही नागपुर के एक व्यक्ति ने अनिल देशमुख के विरुद्ध अतिरिक्त जानकारी दी है। इस मामले की भी पूछताछ देशमुख को उस व्यक्ति के समक्ष करनी है। इसी वजह से अनिल देशमुख की ईडी कस्टडी तीन दिन तक बढ़ाना आवश्यक है।
अनिल देशमुख के वकील विक्रम चौधरी ने कोर्ट को बताया कि देशमुख खुद पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष पेश हुए थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अनिल देशमुख ईडी की जांच में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। जिस तरह ईडी ने हिरासत में सचिन वाझे समेत अन्य आरोपितों के बयान दर्ज किए थे, उसी तरह अनिल देशमुख से भी पूछताछ की जा सकती है। विक्रम चौधरी ने कहा कि ईडी अनिल देशमुख को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए और कस्टडी की मांग कर रही है, लेकिन कोर्ट ने अनिल देशमुख और उनके वकील की मांग ठुकराते हुए ईडी कस्टडी 15 नवंबर तक बढ़ाने का आदेश दिया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले भी उपस्थित थीं।
उल्लेखनीय है कि अवैध वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनिल देशमुख पूछताछ के लिए एक नवंबर को ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे। करीब 13 घंटे की पूछताछ के बाद अनिल देशमुख को 2 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया गया।