नई दिल्ली, 12 मार्च (हि.स.)। लड़ाकू विमान राफेल के लिए अम्बाला एयरबेस में बनाई गई पहली स्क्वाड्रन 17 ‘गोल्डन एरो’ के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) हरकीरत सिंह का अचानक शिलॉन्ग स्थित पूर्वी वायु कमान (ईएसी) के मुख्यालय में तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया अम्बाला स्क्वाड्रन का चार्ज संभालेंगे। इसी माह में राफेल विमानों की दूसरी स्क्वाड्रन हासिमारा एयरबेस (पश्चिम बंगाल) में गठित की जानी है।
अगला महीना अप्रैल भारत-फ्रांस रणनीतिक सहयोग के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले भारत की यात्रा पर आएंगीं। इसके बाद भारतीय वायुसेना के प्रमुख आरकेएस भदौरिया फ्रांस की यात्रा पर जाएंगे। अम्बाला स्क्वाड्रन को अब तक केवल 11 विमान मिले हैं। अगले महीने ही आठ और राफेल भारत में पहुंचेंगे, जिसके बाद भारत के पास 19 फाइटर जेट राफेल हो जाएंगे। इसी के साथ राफेल के लिए अम्बाला में बनाई गई पहली 17 एरो स्क्वाड्रन पूरी हो जाएगी। अब तक भारत पहुंचे 11 राफेल जेट कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह की देखरेख में ही अम्बाला स्क्वाड्रन में शामिल किये गए हैं।
भारतीय वायुसेना के एक आदेश के अनुसार ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को शिलॉन्ग स्थित पूर्वी वायु कमान (ईएसी) के मुख्यालय में तबादला किया गया है। उनकी जगह ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया को अंबाला एयरबेस में 17 ‘गोल्डन एरो’ स्क्वाड्रन के सीओ के रूप में नियुक्त किया गया है। सूत्रों के अनुसार नए जेट विमानों के बेड़े में शामिल करने के छह-सात महीनों के भीतर फाइटर स्क्वाड्रन के सीओ का तबादला करना बेहद सामान्य प्रक्रिया है। ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह का पूर्वी वायु कमान (ईएसी) के मुख्यालय में स्थानांतरित किया जाना उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें नई स्क्वाड्रन का गठन मध्य अप्रैल में हासिमारा एयरबेस (पश्चिम बंगाल) में किया जाना है। फ्रांस से मिलने वाले बाकी राफेल विमानों को इसी स्क्वाड्रन में शामिल किये जाने की योजना है, जिसमें उनके अनुभव का लाभ मिलेगा।