दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने संसद तक किया पैदल मार्च

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इस दौरान शिक्षकों की पुलिस से हल्की झड़प भी हुई।



नई दिल्ली, 09 दिसम्बर (हि.स.)। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के बैनर तले दिल्ली विश्वविद्यालय के हजारों शिक्षकों ने एडहॉक, समायोजन, पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को मंडी हाउस से संसद तक पैदल मार्च किया। इस दौरान शिक्षकों की पुलिस से हल्की झड़प भी हुई।

शिक्षक गत बुधवार से कुलपति कार्यालय के बाहर धरना दे रहे हैं। उसी कड़ी में आज शिक्षक केंद्र सरकार और दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेब‌ाजी करते हुए संसद मार्ग पहुंचे। शिक्षक मंडी हाउसर मेट्रो स्टेशन के पास एकत्र हुए और वहां से टॉलस्टाय रोड और जनपथ होते हुए संसद मार्ग पर पहुंचे। पुलिस ने यहां शिक्षकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बैरिगेट्स लगाकर रखे थे। इससे गुस्साए शिक्षकों ने बैरिगेट्स को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। संसद मार्ग पुलिस ने शिक्षकों को हिरासत में ले लिया। शिक्षकों ने थाना परिसर में भी जमकर नारेबाजी की। बाद में सभी शिक्षकों को छोड़ दिया गया।

डूटा अध्यक्ष राजीव रे ने कहा कि समायोजन सहित विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षक लगातार सड़कों पर है। इनमें सरकार और प्रशासन के खिलाफ रोष है। 15-20 वर्षों से जो शिक्षक तदर्थ के रूप में विद्या‌र्थियों को पढ़ाते आ रहे हैं उनका भविष्य खतरे में है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को शिक्षक दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में रैली निकालेंगे।

डूटा के उपाध्यक्ष डॉ. आलोक रंजन पांडेय ने कहा कि सांसद मार्ग पर हमें गिरफ्तार कर संसद मार्ग थाने ले गया गया। वहां लगभग दो घंटे तक रोका गया। उन्होंने कहा कि लगभग चार हजार से अधिक शिक्षक अपनी स्थायी नियुक्ति को लेकर परेशान हैं। जिसका हल वन टाइम रेगुलेशन लाकर समायोजन के द्वारा ही संभव है।

 


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