नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) तथा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) के नेतृत्व में मंगलवार को छात्रों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में विश्वविद्यालय परिसर में रैली निकाली।
विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर में रैली कला संकाय भवन से शुरू होकर छात्रा मार्ग होते हुए सेन्ट्रल लाइब्रेरी के सामने विवेकानंद मूर्ति पर खत्म हुई। रैली में शामिल छात्रों ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम देशहित में है। इसमें नागरिकता देने की बात की गयी है न कि नागरिकता छीनने की, इसलिए जो इस देश के नागरिक हैं उन्हें किसी से भयभीत होने आवश्यकता नहीं है।
एबीवीपी दिल्ली प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि बीते दिनों डीयू में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में खड़े लोगों द्वारा छात्रों को परीक्षा देने से रोका जा रहा था। इससे छात्र भयभीत महसूस कर रहे थे जिसके बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ ने हस्तक्षेप किया। उसके बाद छात्रों को परीक्षा देने दिया गया। इस तरह की गुंडागर्दी को छात्र बर्दाश्त नहीं करेंगे।
एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि कुछ मुट्ठी भर लोग हैं जो देश की सामाजिक समरसता को बिगाड़कर माहौल को खराब करना चाह रहे हैं। तमाम विश्वविद्यालयों के कैंपसों को अराजकता का अड्डा बनाने की कोशिश है, लेकिन देश के छात्र इसके साथ खड़े नहीं हो रहे हैं। शरणार्थियों ने जो अत्याचार सहे हैं, उस दर्द को समझने की जरूरत है, यह अधिनियम शरणार्थियों के लिए बहुत बड़ा वरदान है।