पटना, 28 जनवरी (हि.स.)। जाने-माने अर्थशास्त्री और सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनेंस के निदेशक व एशियाई विकास शोध संस्थान के (आद्री) के सदस्य सचिव डॉ. शैवाल गुप्ता का निधन हो गया है। वे 67 साल के थे। उन्होंने गुरुवार की शाम 7 बजे पटना में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पटना के गुलबी घाट पर 29 जनवरी को राजकीय समारोह के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बिहार सरकार के सलाहकार रह चुके डॉ. गुप्ता की बिहार की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट, नीति आयोग और वित्त आयोग के लिए बिहार सरकार की ओर से रिपोर्ट बनाने में आद्री की प्रमुख भूमिका रही है। उन्होंने ‘बिहार: ठहराव और विकास’ नामक पुस्तक का संपादन भी किया था। उनका पत्रिकाओं में भी काफी योगदान रहा है और उन्होंने कई अखबारों के कॉलम लिखे हैं। उन्होंने बिहार में डायनामिक्स ऑफ एम्प्लॉयमेंट एंड पॉवर्टी, रोल ऑफ इंस्टीट्यूशनल क्रेडिट इन ट्राइबल डेवलपमेंट आदि सहित विभिन्न शोध रिपोर्ट तैयार की हैं।
बिहार ही नहीं, देश-दुनिया की कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थानों में निभाई थी प्रमुख भूमिकाः नीतीश कुमार
शैवाल गुप्ता के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के प्रदेश महामंत्री व दीघा विधायक डॉ. संजीव चौरसिया सहित कई लोगों ने शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में लिखा कि प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, सेंटर फॉर इकॉनोमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनेंस के निदेशक और आद्री के सदस्य सचिव शैवाल गुप्ता के निधन एक अपूरणीय छति है। उनके निधन से बिहार ही नहीं देश और दुनिया की कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थानों में प्रमुख भूमिका निभाई थी। उन्होंने बिहार में वित्त आयोग के सदस्य के साथ ही कई संस्थाओं को अपने अनुभवों का लाभ पहुंचाया था। बिहार के कई आर्थिक सुधारों में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शोक संदेश में सीएम नीतीश ने कहा कि वे आर्थिक और राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ के तौर पर भी जाने जाते थे। उनके निधन से आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र को अपूरणीय छति हुई है। शैवाल गुप्ता जी से मेरे व्यक्तिगत संबंध था। उनके निधन से मैं काफी मर्माहत हूं। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत की आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी मै धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थाना की।