नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने मंगलवार को देश के दस एम्स और पीजीआई चंडीगढ़ तथा जिपमेर पुडुचेरी के निदेशकों के साथ कोविड के प्रबंधन की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि एम्स राष्ट्र का गौरव है और लोगों की इससे बहुत अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि पहली जनवरी को देश में 20 हजार मामले सामने आए थे, जो कि 15 अप्रैल, 2021 को दस गुणा बढ़कर दो लाख से अधिक हो गए। पिछले दस दिनों में नये मामले दो गुणा हो गए हैं। नौ अप्रैल को इनकी संख्या 1.31 लाख थी, जो 19 अप्रैल को 2.73 लाख हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना के पीक के समय दस एम्स ने मिलकर 4311 बिस्तर उपलब्ध कराए। इन एम्स में 14 अप्रैल के बाद 879 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर और 219 वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बिस्तर बढ़ाए गए।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कुल ढाई हजार लैब में अब तक कुल मिलाकर 27 करोड़ 32 लाख 71 हजार 818 जांच की जा चुकी है। देश में देखते ही देखते 2,084 विशेष कोविड अस्पताल, 4,043 विशेष कोविड स्वास्थ्य केन्द्र, 9,313 कोविड केयर सेंटर और 12,673 क्वारंटीन केन्द्र विकसित किए गए। इनमें कुल मिलाकर लगभग 10 लाख बिस्तर की व्यवस्था की गई। आज आईसीयू बिस्तरों पर 1.75 प्रतिशत ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों पर 4.03 प्रतिशत और वेंटिलेटर पर 0.40 प्रतिशत रोगी हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक वर्तमान स्थिति को देखते हुए बिस्तर बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल और लेडी इर्विन अस्पताल में अतिरिक्त बिस्तर तैयार किए जा रहे हैं, एम्स नई दिल्ली के झज्जर स्थित कैंसर केन्द्र में 100 बिस्तर, डीआरडीओ दिल्ली में पांच सौ नये बिस्तरों की सुविधा शुरू कर दी गई हैं।
प्रधानमंत्री कर रहे कोरोना योद्धाओं की तरह बैठकें
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिछले वर्ष कोविड प्रबंधन के काम में हम सब का नेतृत्व किया था और इस वर्ष वह कोरोना योद्धाओं की तरह बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने कल चिकित्सा पेशेवरों और औषध कंपनियों के साथ बैठक की, जबकि आज वैक्सीन निर्माताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज की तरह काम किया जा रहा है। 2020 के मुकाबले आज हम अनुभवी हैं, हमने पिछले वर्ष कोविड के खिलाफ जंग में बहुत कुछ सीखा है। आज तेजी से वायरस फैल रहा है तो एम्स जैसी संस्थाओं की विशेष जिम्मेदारी बनती है कि वे जिस रोगी को अस्पताल में दाखिले की जरूरत है, उसे दाखिल करवाएं।
देश में 84 फीसदी हेल्थ वर्कर को दी गई वैक्सीन
बैठक में बताया गया है कि देश में औसतन 84 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। एम्स का राष्ट्रीय औसत इससे कम है, इसलिए एम्स को कम से कम राष्ट्रीय औसत तक हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण करना होगा।