मुंबई, 14 जुलाई (हिं.स.)। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सेक्टोरेल सूचकांकों में सबसे ज्यादा गिरावट कंज्युमर ड्युरेबल्स (8.55 प्रतिशत) औऱ कैपिटल गुड्स सेक्टर (5.2 प्रतिशत) की कंपनियों में देखी गई है। बीएसई और एनएसई पर ब्रॉड बेस्ड सूचकांकों में स्मॉल कैप सूचकांक 2.58 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक की कंपनियों में 1.17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
स्मॉल कैप सूचकांक 2.58 प्रतिशत कमजोर
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के ब्रॉड बेस्ड इंडेक्स में भी लाल निशान ही छाया रहा है। एसएंडपी बीएसई स्मॉल कैप सूचकांक जहां 2.58 प्रतिशत, एसएंडपी बीएसई 100 सूचकांक 2.08 प्रतिशत, एसएंडपी बीएसई 200 सूचकांक 2.09 प्रतिशत और एसएंडपी बीएसई 500 सूचकांक 2.09 प्रतिशत तक घटे हैं, तो वहीं एसएंडपी बीएसई मिडकैप सूचकांक भी 1.17 प्रतिशत फिसलकर बंद हुए हैं। इसके अलावा एसएंडपी बीएसई आईपीओ 0.73 प्रतिशत और एसएंडपी बीएसई एसएमई आईपीओ इंडेक्स में भी 2.81 प्रतिशत तक घटे हैं। एसएंडपी बीएसई कार्बनएक्स इंडेक्स 2.07 प्रतिशत और एसएंडपी बीएसई ग्रीनएक्स सेक्टर 2.18 प्रतिशत तक कमजोर हुए हैं।
हेल्थकेयर ने संभाला
सेक्टोरल सूचकांकों की बात करें तो एकमात्र बढ़नेवाला सूचकांक हेल्थकेयर रहा है। हेल्थकेयर सेक्टर की कंपनियों में भारी गिरावट के बावजूद 1.61 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। घटनेवाले सूचकांकों में सबसे ज्यादा नुकसान कंज्युमर ड्युरेबल्स, कैपिटल गुड्स, पीएसयू, ऑयल एंड गैस और पॉवर सेक्टर की कंपनियों के शेयरों को हुआ है। कंज्युमर ड्युरेबल्स के शेयर (8.55 प्रतिशत), कैपिटल गुड्स के शेयर (5.2 प्रतिशत) और पीएसयू सेक्टर की कंपनियां 3.47 प्रतिशत की भारी गिरावट झेल चुके हैं, जबकि ऑयल एंड गैस (2.75 प्रतिशत), पॉवर (2.65 प्रतिशत), बैंकेक्स (2.62 प्रतिशत), एफएमसीजी (2.48 प्रतिशत) और ऑटो सेक्टर (2.38 प्रतिशत) भी भारी गिरावट में कारोबार करते रहे हैं। हालांकि आईटी सेक्टर (0.97 प्रतिशत), टेक सेक्टर (0.92 प्रतिशत), मेटल सेक्टर (0.58 प्रतिशत) और रियल्टी सेगमेंट (0.43 प्रतिशत) सेक्टर की कंपनियों में भी गिरावट देखी गई है।