अब डोमीसाइल प्रमाणपत्र के बगैर महाराष्ट्र में नहीं मिलेगी नौकरी
मुंबई, 06 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में नौकरी के लिए अब डोमीसाइल (अधिवास) प्रमाणपत्र आवश्यक रहेगा। जिसके पास यह प्रमाणपत्र नहीं रहेगा ,उसे महाराष्ट्र में नौकरी नहीं दी जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को एमआईडीसी के महाजाब्स पोर्टल का ऑनलाइन उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रयास महाराष्ट्र के लोगों को ही नौकरी देने का है, इसी वजह उन्होंने नौकरी के लिए डोमीसाइल प्रमाणपत्र आवश्यक कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रयास हर स्थानीय नागरिकों को रोजगार देना है।
उद्योगमंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि राज्य के कंपनी कारखाना मालिकों को अब सिर्फ डोमीसाइल प्रमाणपत्र धारकों को ही नौकरी पर रखना है। उन्होंने कहा कि राज्य में इस समय 65 हजार कंपनी कारखाने शुरु हो चुके हैं। इसके बाद और भी कारखानों को अनुमति दी गई है। साथ ही राज्य सरकार ने विदेशी कंपनियों से भी यहां कंपनी कारखाने खोले जाने के लिए अनुबंध किया है। इसलिए महाराष्ट्र में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। सुभाष देसाई ने कंपनी व कारखाना मालिकों को किसी भी श्रमिक को स्थाई तौर पर काम देने की अपील की है। कामगार मंत्री दिलीप वलसे पाटील ने कहा कि कंपनी कारखाना मालिकों को गैर स्किल्ड श्रमिकों को भी स्थाई रुप से नौकरी देना अनिवार्य रहने वाला है। साथ ही गैर स्किल्ड कामगारों को प्रशिक्षण देकर उन्हे स्किल्ड बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। दिलीप वलसे पाटील ने महाराष्ट्र सरकार की ओर से बनाए गए महाजाब्स पोर्टल पर अपना नाम दर्ज करवाने की अपील युवावर्ग से की है।