ऑटो सेक्टर का संकट गहराया, घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री 30.9 फीसदी घटी

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पैसेंजर्स कार की बिक्री सालाना आधार पर 36 फीसदी घटकर 1.22 लाख यूनिट रह गई है। कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री भी सालाना आधार पर 26 फीसदी घटकर 56,866 यूनिट रह गई है।



मुंबई, 13 अगस्त (हि.स.)। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार भारत के घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री जुलाई में 30.9 फीसदी घट गई है। जुलाई महीने में भी वाहन सेक्टर में निराशाजनक ट्रेंड जारी रहा।
सियाम की रिपोर्ट में कहा गया है कि पैसेंजर्स कार की बिक्री सालाना आधार पर 36 फीसदी घटकर 1.22 लाख यूनिट रह गई है। कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री भी सालाना आधार पर 26 फीसदी घटकर 56,866 यूनिट रह गई है। जुलाई महीने में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री 31 फीसदी घटकर दो लाख यूनिट रही, जबकि मीडियम एंड हैवी कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 37.5 फीसदी घटकर 17,722 यूनिट रह गई है।
सियाम की रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई में पैसेंजर व्हीकल की सेल्स में लगभग 31 फीसदी की गिरावट आई है। जुलाई 2019 में हल्के कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री भी सालाना आधार पर 18.8 फीसदी घटकर 39,144 यूनिट रह गई है। वहीं कुल मोटरसाइकिल बिक्री सालाना आधार पर 18.9 फीसदी घटकर 9.33 लाख यूनिट रही है।
भारत के घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री भी जुलाई में 30.9 फीसदी घट गई है। ऑटो उद्योग सेक्टर में आ रही गिरावट के कारण संकट गहराता जा रहा है। ऑटो सेक्टर में बड़े पैमाने पर रोजगार समाप्त हो रहा है। जुलाई में देश के वाहन निर्माताओं ने कुल 200,790 यात्री वाहन बेचे हैं। सियाम के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि घरेलू यात्री वाहनों का उत्पादन जुलाई महीने में 17 फीसदी कम हुआ है।
ऑटो उद्योग ने अप्रैल-मार्च 2019 में यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों, तीन पहिया, दो पहिया और क्वाड्रिसाइकिल सहित कुल 30,915,420 वाहनों का उत्पादन किया है, जबकि अप्रैल-मार्च 2018 में 29,094,447 वाहनों का उत्पादन किया गया था। पिछले साल की इसी अवधि में वान उत्पादन में 6.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।

 


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