डाॅक्टरों ने गृहमंत्री को लिखा पत्र, मांगी सीआरपीएफ की सुरक्षा
नई दिल्ली, 02 अप्रैल (हि.स.)। देश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में लगे डाॅक्टरों के साथ हो रही अशिष्टता और हमले को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेजिडेंट डाॅक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
आरडीए ने पत्र में यह भी कहा कि उनके परिसरों और अस्पतालों में भी सीआरपीएफ सुरक्षा लगाई जाए। दरअसल, कोरोना वायरस का उपचार कर रहे डाॅक्टरों पर जिस तरह से हैदराबाद में हमला हुआ, उसे लेकर डाॅक्टरों में बहुत असंतोष है। क्योंकि कोविड-19 को हराने के लिए डाॅक्टर दिन-रात काम कर रहे हैं। इसके तहत कई डाॅक्टर भी संक्रमित हो गए हैं। इसके बावजूद ड्यूटी करने वालों डाॅक्टरों पर हमले किए जा रहे हैं। इससे रोष गहराता जा रहा है। इसीलिए आरडीए अध्यक्ष डा. आदर्श प्रताप सिंह ने गृहमंत्री को पत्र लिखा है और उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। इसके अलावा एम्स के डॉक्टरों ने भी गृहमंत्री से यह शिकायत की थी कि उन्हें मकान मालिक परेशान कर रहे हैं। उनसे जबरन मकान खाली करने के लिए कहा जा रहा है। इसी तरह नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ के साथ बुरा व्यवहार हो रहा है।
पत्र में उन्होंने कहा है कि सीआरपीएफ सुरक्षा के बाद डॉक्टर खुद को सुरक्षित महूसस कर सकते हैं। वहीं कोरोना मरीजों की जांच में लगे डॉक्टरों और दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ को जरूरी उपकरण मुहैया कराए जाने चाहिए।