नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की राष्ट्रीय राजधानी के लोगों ने जमकर धज्जियां उड़ाई। कोर्ट ने भले ही पटाखे जलाने के लिए समय और ग्रीन पटाखे तय किए थे लेकिन दिल्लीवासियों ने इसकी कोई परवाह नहीं की। दिल्ली में लोगों ने जमकर आतिशबाजी की लेकिन इस बार आगजनी की घटनाएं बीते तीन वर्षों के मुकाबले कम रहीं। रविवार को दीपावली के मौके पर कुल 245 कॉल दमकल विभाग को मिली, जिसमें से करीब 223 के कारण पटाखे रहे। इन सभी कॉल पर दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर समय रहते आग पर काबू पाया। दिवाली की रात 12 बजे तक हुई 245 आग की कॉल में दो दमकलकर्मी मामूली रूप से घायल हुए।
पहले से तैयार था दमकल विभाग
दिवाली के दिन आतिशबाजी के दौरान आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। छोटी आग भी थोड़े समय में विकराल रूप धारण कर लेती है। इसका ध्यान रखते हुए अग्निशमन विभाग ने कमर कस ली थी और सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थी। दिल्ली अग्निशमन विभाग के उप अग्निशमन अधिकारी अतुल गर्ग ने बताया कि पिछले वर्ष भी पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध था। बावजूद विभाग को 223 आग की सूचनाएं मिली।
बड़े मार्केट में रखी निगरानी
दमकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, राजधानी में 59 स्थायी दमकल केन्द्रों के अलावा विभाग ने समूचे शहर में विभिन्न स्थानों पर अस्थायी केन्द्र भी स्थापित किए हैं। शाम पांच बजे से रात 12 तक प्रमुख बाजार तिलक नगर, गांधी नगर मार्केट, रानी बाग मार्केट, लाजपत नगर में सेंट्रल मार्केट, गांधी नगर मार्केट, घिटोरनी मेट्रो स्टेशन, संगम विहार, मुंडका मेट्रो स्टेशन और छतरपुर में तिवोली गार्डन, कश्मीरी गेट के पास पानी के टैंकर रखे गए।
मोटर साइकिल का भी किया उपयोग
दमकल अधिकारी के अनुसार, दिवाली के दिन इन स्थानों के अलावा अन्य जगहों पर भी पानी के टैंकर तैनात रखे गए। आंबेडकर नगर पुलिस थाना, कापसहेड़ा, शादीपुर डिपो, चांदनी चौक एवं अन्य स्थानों पर गलियों व संकरे रास्तों पर आग बुझाने के लिए आग बुझाने वाले उपकरणों के साथ पांच मोटरसाइकिलें तैनात की गई। हरि नगर, गीता कॉलोनी आदि जैसे इलाकों में संकरे रास्तों व गलियों में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए 11 बहुउद्देश्यीय वाहनों को रखा गया।
सुप्रीप कोर्ट के आदेश जमकर उड़ी धज्जियां
दिवाली के मौके पर दिल्ली-एनसीआर में रात आठ बजे से रात दस बजे तक ग्रीन पटाखे छोड़ने पर सुप्रीप कोर्ट ने छूट दी थी। मगर दिल्ली में ग्रीन पटाखे आम लोग तो दूर दुकानदारों तक को नसीब नहीं हुए। जिसके चलते दिल्ली में उप्र से आए अवैध पटाखे जमकर बिके और लोगों ने पुलिस से चोरी-छिपे खूब आतिशबाजी भी की, जिसके चलते दिवाली के दौरान दमकल विभाग को दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से आग लगने की कुल 245 कॉल मिलीं। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले कम है। पिछले साल आग लगने की करीब 271 कॉल मिली थीं। गनीमत रही कि दिवाली के मौके पर हुईं आग लगने की घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ मगर माल का भारी नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दिवाली के दौरान रात शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 12 बजे तक कुल 245 कॉल मिलीं, जिसमें 223 कॉल आग लगने की थीं। जबकि पिछले साल इसी अवधी में यह आंकड़ा सिर्फ 256 था।
–द्वारका सेक्टर-18 में समृद्धि अपार्टमेंट में देर रात एक घर में आग लगी। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर दमकल की छह गाड़ियां भेजी गई। आग बुझाने के दौरान दमकलकर्मी रमेश मामूली रूप से घायल हो गए।
–इसी क्रम में बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी में रविवार देर रात दो कारों में आग लगने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही दमकल की चार गाड़िया मौके पर भेजी गई। उक्त घटना में भी आग बुझाने के दौरान दमकलकर्मी संजय मामूली रूप से घायल हुए।
आंकड़े
वर्ष — कॉल्स
2018 — 271
2017 — 204
2016 — 243
2015 — 290
2014 — 211
2013 — 177
2012 — 184