हैदराबाद (तेलंगाना), 04 दिसम्बर (हि.स.)। वेटनरी डाॅक्टर से दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या के मामले के चारों आरोपितों की सात दिन की पुलिस रिमांड बुधवार को कोर्ट ने मंजूर कर दी है। पुलिस ने कोर्ट को भरोसा दिया है कि सात दिन में आरोपितों से पूछताछ पूरी करके इस मामले में चार्जशीट लगा दी जायेगी। इसी बीच मामले की शीघ्र सुनवाई के लिये फास्ट ट्रैक का भी गठन कर लिया गया है जहां ट्रायल होगा।
शादनगर कोर्ट में बुधवार को दिशा दुष्कर्म और हत्याकांड के आरोपितों को रिमांड पर देने के लिए सुनवाई हुई। साइबराबाद पुलिस ने दस दिन का रिमांड मांगा था। पुलिस ने कोर्ट में बताया कि दुष्कर्म और हत्या के मामले की पूछताछ और सबूत एकत्र करने के लिये चारों आरोपितों को रिमांड पर लेना जरूरी है। इस पर कोर्ट ने चारों आरोपितों को सात दिन के लिये पुलिस रिमांड पर देने की मंजूरी दे दी। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि रिमांड के दौरान आरोपितों से पूछताछ करके सात दिन में चार्जशीट दाखिल की जायेगी। आरोपितों को रिमांड पर देने के मामले में मंगलवार को ही कोर्ट में सुनवायी होनी थी लेकिन मजिस्ट्रेट के न आने से सुनवाई नहीं हो सकी थी।
इसी बीच तेलंगाना हाईकोर्ट की अनुमति के बाद राज्य सरकार ने दिशा कांड की जल्द सुनवाई के लिये फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर दिया है। इसके लिए महबूबनगर जिले में एडिशनल सेशन कोर्ट की इमारत में फास्ट ट्रैक कोर्ट सुनवायी की जायेगी। इस संबंध में बुधवार को राज्य सरकार के कानून विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना में बताया गया है कि महबूबनगर जिले के एडिशनल सेशन कोर्ट के भवन में फास्ट ट्रैक कोर्ट काम करेगा। इस कोर्ट के लिए ज़िले के सेशन जज की नियुक्ति भी कर दी गयी है। फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रतिदिन 10 बजे से 5.30 बजे शाम तक सुनवायी होगी। इस कोर्ट में सिर्फ दिशा मामलेे की ही सुनवाई होगी। इसके अलावा अन्य किसी मामले की सुनवाई नहीं की जायेगी। इसके लिए विशेष लोक अभियोजक भी नियुक्त कर दिया गया है।
तेलंगाना सरकार के न्याय सचिव संतोष रेड्डी ने आज ही इस मामले की तुरंत सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने का आग्रह करते हुए हाईकोर्ट को पत्र लिखा था। हाईकोर्ट ने आज ही फास्ट ट्रैक कोर्ट की मंजूरी दे दी। साइबराबाद पुलिस मामले की छानबीन करने के बाद शादनगर कोर्ट में अपनी चार्जशीट दाखिल करेगी। आरोप तय होने बाद ही मुकदमे का ट्रायल महबूबनगर जिले में गठित फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगा।
उल्लेखनीय है कि 27 वर्षीय वेटनरी डाक्टर को 27 नवम्बर की रात को चार अपराधियों ने याेजना बनाकर उससे दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद आरोपितों ने उसकी पहचान छिपाने के लिये उसके शव पर पेट्रोल डालकर जला दिया था। 28 नवम्बर की सुबह डॉक्टर का शव मिलने के बाद हैवानियत का खुलासा हुआ था। पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत और इस मामले में पुलिस की लापरवाही पर पूरे देश में उबाल आ गया था। इस कांड के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक में आक्रोश देखा गया। इस मामला में लापरवाही बरतने के आरोप में शमशाबाद थाने के उप निरीक्षक एम. रवि कुमार, हेड कॉन्स्टेबल पी. वेणुगोपाल रेड्डी और ए. सत्यनारायण गौड़ को निलंबित किया जा चुका है।