कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन, सरस्वती वंदना तथा अतिथियों द्वारा स्व. श्री केदारनाथ साहनी जी की प्रतिमा को पुष्पांजलि प्रदान कर किया गया ।
माननीय केंद्रीय संस्कृति मंत्री द्वारा सभी को संबोधित करते हुए दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं पर संक्षेप में चर्चा की गयी । दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा भारत के महापुरूषों, ज्ञान-विज्ञान, भारतीय संस्कृति के संबंध में पुस्तकों के संकलन पर बल दिया । उन्होंने मनुष्य के जीवन में पुस्तकों के महत्व का बखान करते हुए कहा कि पुस्तकें विविध विषयों का ज्ञान प्रदान कर व्यक्तित्व का निर्माण करती हैं । यदि पुस्तकें न होती तो समस्त मानव जाति प्राचीन ज्ञान-विज्ञान, स्मृतियों से वंचित रह जाती । उन्होंने पाठकों हेतु नवीनतम सेवाओं को पुस्तकालय में जोड़ने तथा उनकी सुविधा हेतु पुस्तकालय में जलपान ग्रह, कैफिटेरिया की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी सुझाव दिया । उन्होंने पाठकों की सुविधानुसार व आवश्यकतानुसार नई-नई सेवाएं प्रदान करते रहने का परामर्श दिया । उन्होंने दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी में उत्कृष्ट पुस्तकों जैसे भारत की प्राचीन विद्या, प्राचीन इतिहास, संस्कृति, शहीदों से संबंधित श्रेष्ठ पुस्तकों का संकलन करने तथा पुस्तकालय को शीघ्रातिशीघ्र डिजिटल करने का भी सुझाव प्रदान किया ।
श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में पुस्तकालयों को आधुनिक तकनीक एवं पाठक सुविधा अनुकूल सेवाओं पर केंद्र करने का परामर्श प्रदान किया । उन्होंने पुस्तकालय में पाठकों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पुस्तकालय में जोड़ी जाने वाली आगामी सेवाओं की भी रूपरेखा रखी । उन्होंने कहा कि आज के समय में बच्चों में पुस्तक पढ़ने हेतु रुचि जगाना एक कठिन कार्य व बड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जोकि दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी बखूबी निभा रही है ।
डॉ. रामशरण गौड़ ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य जनों का स्वागत करते हुए माननीय केंद्रीय संस्कृति मंत्री महोदय श्री प्रहलाद सिंह पटेल जी तथा माननीया सांसद, लोक सभा, श्रीमती मीनाक्षी लेखी जी का पुस्तकालय के उद्घाटन हेतु अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए साधुवाद दिया । उन्होंने पुस्तकालय के निर्माण में सहायक सभी व्यक्तियों का आभार प्रकट किया तथा उद्घाटित की गई शाखा के विभागों एवं प्रदान की जाने वाली सेवाओं पर भी विस्तार में चर्चा की । साथ ही साथ उन्होंने दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी की भविष्य योजनाओं, सेवाओं पर भी प्रकाश डाला ।
माननीय संस्कृति मंत्री द्वारा श्रीमती बिमला साहनी जी के सम्मान में उनके पोते श्री प्रखर साहनी एवं पोती कु. निष्ठा साहनी को उपहार प्रदान किया गया ।
श्री महेश चन्द्र शर्मा ने माननीय केंद्रीय संस्कृति मंत्री द्वारा प्रदान किए गए सुझावों का पालन करने का आश्वासन देकर तथा पुस्तकालय के निर्माण एवं उद्घाटन समारोह के आयोजन से जुड़े सभी जनों का सहृदय धन्यवाद कर कार्यक्रम का समापन किया ।